If you have a headache between four and five o'clock in the morning, it can be a brain tumor
- Symptoms
of Brain Tumor
- How
to Identify brain tumor
यदि किसी व्यक्ति को ब्रेन ट्यूमर का रोग अपनी गिरफ्त में ले लेता
है तो उस व्यक्ति पर तुरंत इसका प्रभाव दिखाई देता है लेकिन इससे भी काफी पहले एक
स्थिति ऐसी होती है जब ब्रेन ट्यूमर अपनी शुरुआत ही कर रहा होता है। उस समय यदि
व्यक्ति चौकन्ना हो जाए और योग्य डॉक्टर के पास चला जाए तो हो सकता है कि उसका
जीवन बच जाए।
कारण
विशेषज्ञों के अनुसार
मस्तिष्क की रसौली या ब्रेन ट्यूमर के निम्नलिखित कारण हो सकते है-
- किसी भी वजह से हमारे मस्तिष्क की कोशिकाओं में अनियमति वृद्धि के कारण
- आनुवंशिक कारण से
- वातावरण में बढ़ते प्रदूषण की वजह से
- मोबाइल फोन के ज्यादा उपयोग के कारण फोन से निकलने वाले रेडिएशन से (हालांकि अभी यह सिद्ध नहीं हो पाया है कि मोबाइल फोन के रेडिएशन से ब्रेन ट्यूमर होता है।)
लक्षण
- विशेषज्ञोंं के अनुसार ब्रेन ट्यूमर का मुख्य लक्षण सिरदर्द है।
- सिरदर्द भी ऐसा जो सुबह चार बजे से पांच बजे के बीच होता है और इसके कारण व्यक्ति की नींद खुल जाती है।
- सिरदर्द अधिक होने पर व्यक्ति को उल्टियां लगने लगती हैं।
- यदि आपको भी कभी इस प्रकार का कोई लक्षण दिखाई दे तो डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
ब्रेन हेमरेज के तीन लक्षण जानिए और मरीज की जान बचाइए
Know three symptoms of brain hemorrhage and save the patient's life
ब्रेन-हेमरेज को ब्रेन-स्ट्रोक, मस्तिष्क आघात या दिमाग़ की नस का फटना भी कहते हैं। ब्रेन हैमरेज का होना किसी भी व्यक्ति के लिए एक मुश्किल स्थिति होती है, लेकिन यदि मरीज को पहले से ही पहचान लिया जाए तो स्ट्रोक के प्रभाव को काफी कम किया जा सकता है। न्यूरोलॉजिस्ट का कहना है कि अगर कोई
व्यक्ति ब्रेन में स्ट्रोक लगने के तीन घंटे के अंदर अगर डॉक्टर के पास पहुँच जाए तो
स्ट्रोक के प्रभाव को पूरी तरह से समाप्त किया जा सकता है।
इसका अर्थ यह हुआ कि मरीज को बचाना है तो स्ट्रोक के लक्षणों की तुरंत
पहचान होना जरूरी है। ऐसा होने पर ब्रेन हैमरेज से होने वाली मौत को रोका जा सकता है।
मस्तिष्क के विशेषज्ञों
के अनुसार स्ट्रोक के मरीज़ की पहचान के लिए तीन अति महत्वपूर्ण बातें होती हैं जिन्हें मेडिकल की भाषा में एसटीआर (STR) कहा जाता है। एसटीआर में एस है स्माइल, टी है टॉक और आर है रेज। यदि आपको किसी व्यक्ति के ब्रेन स्ट्रोक से पीड़ित होने का शक होता है तो आप उससे एस यानी मुस्कराने के लिए कहिए, टॉक यानी उस व्यक्ति से कहिए कि वह व्यक्ति कोई भी एक सामान्य वाक्य बोलकर दिखाए और आर यानी उस व्यक्ति से कहिए कि वह अपने दोनों बाजुओं को ऊपर उठा ले। अगर उस व्यक्ति को इन तीन कामों में से किसी एक को भी करने में दिक्कत आती है तो उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए। डॉक्टर को भी तुरंत बताना चाहिए कि एसटीआर के रूप में इन तीन कामों में से वह व्यक्ति कोई भी काम नहीं कर पा रहा है।
स्ट्रोक का एक और लक्षण भी बताया जाता है। वो यह है कि यदि रोगी को जीभ बाहर निकालने के लिए कहा जाए तो यदि उसकी जीभ सीधी बाहर न आकर एक तरफ को मुड़ सी जाती है तो समझ लेना चाहिए कि उसे ब्रेन स्ट्रोक की समस्या हो सकती है।
- लव कुमार सिंह
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