Tuesday 12 May 2020

यदि बच्चा स्त्री के बजाय पुरुष के पेट से पैदा होता तो स्त्री-पुरुष के संबंध कैसे होते?

If the child was born from the stomach of a man instead of a woman, then how would there be a relationship between man and woman?



जब पृथ्वी पर आतंकवाद, बलात्कार, हत्या, डकैती की इंतेहा हुई
तो समस्या समाधान के लिए स्वर्ग में भगवान और देवताओं की बैठक हुई।

खूब माथापच्ची हुई मगर हल नहीं हुआ मसला
तभी देवी प्रकृति के मुख से एक उपाय निकला।

वे बोलीं- भगवन औरत-मर्द में थोड़ा संतुलन ठीक कर दीजिए
बच्चा औरत के पेट से निकालकर पुरुष के पेट में रख दीजिए।

भगवान स्वयं पुरुष हैं, इसलिए इस उपाय को सुन चौंक गए
चेहरे पर पसीने के बीच वे अपने पेट पर हाथ फेर गए।
बोले- देवी ये उपाय क्या काम कर पाएगा?
देवी बोलीं- क्यों नहीं, डकैती-हत्या ही नहीं रेप भी रुक जाएगा
कोई बच्चा पेट में लेकर कैसे लूट कर पाएगा?
कम से कम नौ महीने तो बंदा घर में आराम फरमाएगा।

भगवन बोले- लेकिन पुरुष के शरीर से बच्चा निकालेंगे कहां से?
देवी बोलीं- इसका इंतजाम तो मनुष्य ने ही करके रखा है
धरती पर पेट काटने का धंधा खूब चला रखा है।
इसलिए यहां भी उपाय हो जाएगा
बच्चा पुरुष का पेट काटकर निकाला जाएगा।

.............................

खैर, काफी बहसबाजी के बाद भगवान ने ओके किया
और देवी प्रकृति का सुझाव लागू करने का फैसला किया।

भगवान रात के 12 बजने से ठीक पहले अपने गुप्त कमरे में गए
और एक बटन दबाकर धीर-गंभीर स्वर में बोले- धरती के पुरुषों, तुम्हारा समय शुरू होता है अब।

चमत्कार हो गया-
धरती पर जहां भी प्यार या दुराचार हो रहा था
सबका नतीजा पुरुषों के पेट में शिफ्ट हो रहा था।

.................................

कुछ ही दिन बाद भारत में अजूबे दृश्य देखे गए
मेरे जैसे ऐरे-गैरे ही नहीं, कई प्रसिद्ध कवि, कवि सम्मेलन से गायब हो गए
बॉलीवुड में अनेक फिल्मों के शूटिंग शिड्यूल रद्द हो गए
क्योंकि सलमान खान समेत अनेक एक्टर अनुपलब्ध हो गए।

मोस्ट वांटेड आतंकवादी को पुलिस ने चुटकी में धर दबोचा
क्योंकि पेट में बच्चा होने से उसके भागने में था लोचा।

छत्तीसगढ़ के जंगलों में ढेरों नक्सली धर दबोचे गए
और संसद में अधिकांश पुरुष सांसद गैरहाजिर पाए गए।

................................

कुछ ही दिन में सबको यह बात पता चल गई
पूरी दुनिया में खलबली मच गई
बच्चे पुरुष पैदा करेंगे सुनकर
पुरुषों के पैरों तले की जमीन खिसक गई।

अब कुछ यूं होने लगा-
कि अपना पड़ोसी राजू जो शादी के लिए मरा जा रहा था
लड़की वालों के आते ही सिर पर पैर रखकर ऐसे भागने लगा
जैसे लोन रिकवरी के लिए तहसील वालों को आता देख
कर्ज लेने वाला आदमी भागता है।  

....................

अब तक इस फैसले को चार-पांच महीने हुए जा रहे थे
मुझ समेत अनेक पुरुषों के पेट बढ़ते ही जा रहे थे।

कुछ समय बीता तो भगवान ने समीक्षा बैठक बुलाई
रिपोर्ट मिली कि धरती पर बलात्कार तो बंद हो गए हैं, पर पुरुष विवाह के लिए नट गए हैं।

कुछ दिन बाद फिर रिपोर्ट दी गई कि धरती पर शादियां बिल्कुल बंद हो गई हैं
फिर रिपोर्ट आई कि कुछ लड़कियों ने सदियों के अत्याचारों का बदला लेने को गैंग बना लिए हैं
और उन्होंने पुरुषों पर कहर गैंगरेप के ढा दिए हैं।

.........................................

आगे भगवान की बैठक में क्या हुआ मुझे नहीं पता
क्योंकि पेट में लेबर पेन हुआ तो मैं बिस्तर के नीचे था पड़ा
एक अजूबा, अचंभित करने वाला सपना टूट गया
पत्नी सहारा देते हुए बोली- क्या हुआ था?
मैं बोला- कुछ नहीं सपने में मैं, तुम हो गया था।

.................

तो दोस्तो,
सपना बड़ा उत्तेजक था, भले ही मूर्त रूप न पाए
पर इस सपने ने मुझे, औरत के कष्ट तो समझाए।

तो औरतों के हक में, अगर ऐसा हो जाए
कि बच्चा, पुरुष पैदा करें, नतीजा देखें क्या आए?

तब शायद बलात्कार न हो, पुरुष की सत्ता चली जाए
संबंध संतुलित हों, और औरत सुकून पाए।

या फिर ऐसा हो जाए 
कि अगर दुराचार (स्त्री करे या पुरुष) का मामला हो
तो बच्चा दुराचारी के पेट में ही जाए
और 9 के बजाय 18 माह का होकर बाहर आए।

- लव कुमार सिंह

#MeToo #MenToo #MenWomen #Society


No comments:

Post a Comment