If you are going to buy a mobile phone, then definitely consider these things
मोबाइल फोन (Mobile Phone) के संबंध में मेरा अनुभव बहुत ही खराब रहा है, जिसकी वजह से मैं यह पोस्ट लिखने को मजबूर हुआ हूं। जब मोबाइल फोन बाजार में आना शुरू हुए थे तो ज्यादा दिक्कत नहीं थी, लेकिन अब जबकि मोबाइल फोन की तकनीक बहुत आगे जा चुकी है, दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं।
जब भारत में टच स्क्रीन फोन (Touch Screen Phone) बाजार में बहुत कम थे, उस समय मैंने एचटीसी (HTC) का टच स्क्रीन फोन खरीदा था। तब मैं यह सोचकर खुश होता था कि ऐसा फोन आसपास किसी के पास भी नहीं है। उस समय लोग मेरे फोन को उत्सुकता से देखते थे। लेकिन मैं ज्यादा दिन खुश नहीं रह सका। एक दिन फोन ने काम करना बंद कर दिया। पता चला कि उसकी (Battery) खराब हो गई थी।
मैंने जब नई बैटरी की तलाश शुरू की तो पता चला कि मेरठ (Meerut) में तो एचटीसी का सर्विस सेंटर (Service center) ही नहीं है। अपने शहर मेरठ की मोबाइल से जुड़ी अनेक दुकानें (Shops) छान मारीं, लेकिन मुझे अपने फोन के लिए नई बैटरी नहीं मिली। डीलरों (Dealers) से अनुरोध किया कि वे दिल्ली (Delhi) या अन्य किसी भी जगह से नई बैटरी मंगा दें। उन्होंने कुछ दिन का समय मांगा, लेकिन वह समय बीतने के बाद उन्होंने भी हाथ खड़े कर दिए।
काफी धक्के खाने के बावजूद मुझे नई बैटरी नहीं मिली और मेरा बढ़िया फोन मृत (Phone Dead) हो गया।
सीख मिली
डीलरों, दुकानदारों ने सीख दी कि जब भी मोबाइल फोन खरीदो तो यह जरूर देख लो कि मोबाइल निर्माता कंपनी (Mobile Manufacturing Company) का आपके शहर में सर्विस सेंटर है या नहीं। यदि सर्विस सेंटर नहीं है तो कितना भी बढ़िया फोन हो, आपको नहीं खरीदना चाहिए। अगर आपने खरीदा तो फोन के खराब होने पर बहुत दिक्कत आएगी और संभवतः आपका फोन ठीक नहीं हो पाएगा।
इसके बाद मैंने नोकिया (Nokia) का एक साधारण सा फोन खरीद लिया। लेकिन बात यहीं खत्म नहीं हुई। जब बीटेक (B.Tech.) कर रही बेटी ने मोबाइल फोन की मांग की तो मैं उसे लेकर मोबाइल की दुकान पर पहुंच गया। उसे कई फोन पसंद आए, लेकिन मुझे पहले मिली सीख ध्यान थी। जो फोन बेटी को पसंद आए, उनके सर्विस सेंटर मेरठ में नहीं थे। हमने वे फोन नहीं लिए। फिर उसे इंटेक्स (Intex) का एक्वा स्पीड (Aqua Speed) पसंद आया। पता चला कि उसके दो सर्विस सेंटर मेरठ में हैं। मैंने फोन के लिए हामी भर दी।
फोन को इस्तेमाल किए अभी सात-आठ महीने ही हुए थे कि इंटेक्स के फोन की बैटरी भी फूल गई। ढेर सारी फलानी-ढिकानी सुविधाओं वाला फोन एकदम से चुप हो गया। मैं सीधे इंटेक्स के सर्विस सेंटर दौड़ा, जो कि घर से दस किलोमीटर दूर था। वहां जाकर पता चला कि बैटरी नहीं है। मैंने पूछा कब तक आएगी तो कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला। इसके बाद मैंने फिर सारे मेरठ की अनेक दुकानों के चक्कर काटे, लेकिन किसी के यहां इंटेक्स के उस मॉडल (Model) की बैटरी नहीं मिली।
सीख मिली
अबकी बार दुकानदारों ने बताया कि भाई साहब, कई कंपनियां इतनी जल्दी मॉडल बदल रही हैं और इतने ज्यादा मॉडल बना रही हैं कि सारे मॉडलों की बैटरी मिलना मुश्किल हो रहा है। दूसरी बार लगी चोट से परेशान मैंने पूछा कि भाई फिर क्या किया जाए? आखिर किस कंपनी का मोबाइल खरीदा जाए, जो इस तरह की समस्या न झेलनी पड़ी।
मैं कोई विज्ञापन नहीं कर रहा हूं, बस दुकानदारों की बात बता रहा हूं। दुकानदारों ने कहा कि भाई साहब, सैमसंग (Samsung), माइक्रोमैक्स (Micromax), नोकिया (Nokia) आदि के फोन खरीदो। इनकी बैटरी खराब होने पर तुरंत मिल जाती है।
बहरहाल, अभी तो मैंने बेटी के लिए नया फोन नहीं खरीदा है और एक डीलर की उम्मीद के सहारे बैठा हूं, जिसने कहा है कि वह एक हफ्ते में नई बैटरी मंगवा देगा। देखें क्या होता है।
इसी बीच, मैंने एक लेख पढ़ा था जिसमें कहा गया था कि ज्यादा बिक्री के लिए आजकल मोबाइल निर्माता कंपनियां अपने उत्पादों (Products) को ज्यादा टिकाऊ नहीं बना रही हैं। इससे कई कंपनियों के मोबाइल की बैटरी और अन्य पुर्जे जल्दी खराब हो रहे हैं। अगर ऐसा है तो मुझे इन कंपनियों की रणनीति पर आश्चर्य हो रहा है। वह इसलिए क्योंकि अगर मेरे फोन की बैटरी जल्दी खराब हो गई है और नई बैटरी नहीं मिल रही है तो क्या मैं एचटीसी या इंटेक्स का फोन दोबारा खरीदूंगा? जी नहीं, मैं तो बिल्कुल इन कंपनियों का फोन नहीं खरीदूंगा। मैं किसी अन्य कंपनी का ही रुख करूंगा।
- लव कुमार सिंह
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