#AlkaLamba : a word of controversy that does not stop
पहले कांग्रेस, फिर आम आदमी पार्टी और अब फिर कांग्रेस में
आईं चांदनी चौक क्षेत्र की पूर्व विधायक अलका लांबा की गिरफ्तारी की मांग इन दिनों सोशल मीडिया पर हो रही है। लखनऊ में अलका के खिलाफ एफआईआर हो भी गई है।
अलका
लांबा अपने विवादित बोलों के लिए समय-समय पर चर्चा पाती रही हैं। जाहिर है कि इन
विवादित बोलों ने उन्हें कोई नुकसान करने के बजाय फायदा ही पहुंचाया है। इसलिए वह
चर्चा में बने रहने और राजनीति में खुद को प्रासंगिक बनाए रखने के लिए समय-समय पर
विवादास्पद बयान देती रहती हैं। आइए देखते हैं कि अलका लांबा के कुछ प्रमुख विवादास्पद बयान-
मोदी और योगी को नंपुसक कहा
अप्रैल 2018 में अलका लांबा ने यूट्यूब पर एक वीडियो अपलोड
किया। अब चर्चा पाने के लिए मई 2020 में उन्होंने इसे फिर से जारी किया है। इस वीडियो में अलका लांबा
ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आरोप
लगाते हुए कहा था कि इन दोनों के राज में बेटियों का बलात्कार हो रहा है। ये दोनों
नेता सत्ता गुरूर में इतना आगे बढ़ गए हैं कि ये सोचते हैं कि उनका कोई कुछ नहीं
बिगाड़ सकता। योगी आदित्यनाथ के लिए कहा कि अगर उनकी शादी हुई होती तो वो शायद
महिलाओं का सम्मान करना सीख जाते। इसके बाद अलका लांबा ने पीएम मोदी और सीएम योगी
के लिए कहा कि मैं तुम्हारे मुंह पर थूकती हूं। तुम दोनों नपुंसक हो।
स्मृति ईरानी को दोगली कहा
दिसंबर 2019 में राहुल गांधी ने ‘रेप इन इंडिया’ वाला बयान
दिया था। इस पर स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी के इस बयान की आलोचना की थी। इस पर
अलका लांबा, स्मृति ईरानी के ऊपर फट पड़ीं और कहा कि यहां भी इसका (ईरानी) सास-बहू
का नाटक चालू है। संसद भी इसको थिएटर लगता है। डायलॉग बाजी कर, थोड़ा रोना धोना
कर, यह सोचती है कि एक मंत्री के तौर पर अपनी जिम्मेदारियों और जवाबदेही से बच
निकलेगी। निहालचंद, चिन्मयानंद, नित्यानंद, सेंगर पर चुप्पी रहने वाली दोगली
महिला, शर्म करो।
मोदी, शाह को निपटाने की बात कही
18 अप्रैल 2020 को अलका लांबा ने ट्वीट किया कि कांग्रेस से
एक बहुत बड़ी गलती हुई, जिसका खामियाजा आज पूरा देश भुगत रहा है... 2002 में ही अगर
दोनों को पूरी तरह नाप दिया होता तो आज यह सत्ता में कुछ यूं फन फैलाकर ना बैठे
होते। यहां 2002 का अर्थ 2002 के गुजरात दंगों से था और दोनों का आशय नरेंद्र मोदी
व अमित शाह से लगाया गया।
योगेश्वर दत्त के खिलाफ मर्यादा की सारी सीमाएं लांघी
अप्रैल 2020 में अलका लांबा ने 70 के दशक की एक तस्वीर लगाई
जिसमें नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के गणवेश के एक कार्यक्रम में दिख
रहे थे। इस तस्वीर पर अलका लांबा ने लिखा कि संघ का भले ही राजनीति से कोई
लेना-देना नहीं हो, लेकिन सारे भाजपा नेता संघ की ही नाजायज औलाद है।
इस टिप्पणी पर देश को पदक दिलाने वाले पहलवान योगेश्वर दत्त ने अलका को
पीएम मोदी का अपमान न करने की सलाह दी। दत्त ने ट्विटर पर लिखा- नाजायज पैदाइश कौन है, ये आपकी
(लांबा) की बातों से ही पता चल रहा है। लोगों की सोच से ही उनकी परवरिश का पता चल
जाता है। जिस इंसान की फोटो पे आपने लिखा है, उस इंसान के लिए देशवासियों का प्यार
आप ने देख भी लिया होगा। पूरा देश साथ में खड़ा है, बस आप जैसे कुछ मानसिक रोगियों
को छोड़कर।
इस पर अलका लांबा ने मर्यादा की सारी सीमाएं लांघ दी। लाबा
ने ट्वीट किया- अबे योगेश्वर दत्त, अपनी मां से पूछ कि तेरा बाप कौन है? लगता है
कि अपने बाप के साथ तस्वीर लगाने में भी तुझे शर्म आती है। ऐसा क्या? जिसके साथ
तूने तस्वीर लगा रखी है, अगर तेरी मां कहती है कि वही तुम्हारा बाप है तो मान
जाना। ऐसा इसीलिए, क्योंकि तेरी मां झूठ नहीं बोलती। यूं ही दर्द नहीं हुआ है
तुझे।
इस पर योगेश्वर दत्त ने धैर्य नहीं खोया और लिखा- सार्वजनिक मंच पर ऐसी अभद्र भाषा का प्रयोग करने वाली को जब अपनी गरिमा का ध्यान
नहीं तो वे उनसे अपने, अपनी मां के अथवा प्रधानमंत्री मोदी के गौरव को ध्यान में
रखने की आशा कैसे कर सकते हैं? इस देश में पुरुष होने के कुछ घाटे भी हैं क्योंकि
अलका लांबा जैसे लोग तुरंत ‘महिला कार्ड’ खेलने लगते हैं।
इससे पहले कांग्रेस में आने के बाद फरवरी 2020 में अलका
लांबा ने चुनाव प्रचार के दौरान आम आदमी पार्टी के एक कार्यकर्ता को थप्पड़ मारने
की कोशिश की थी। हालांकि थप्पड़ उसे लगा नहीं था।
- लव कुमार सिंह
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