Caption Writing
कैप्शन राइटिंग
What is the significance of the photo introduction (caption) in the newspaper and what should be kept in mind while writing the photo caption?
Photo is an important part of newspaper. It is said that a
photo is equal to one thousand words. If a photo is attached to a newspaper,
then the reader first sees the photo. After looking at the photo, the reader
wants to know where the photo has been taken, what it is about, and who are the
persons or objects in it. For this, his eyesight goes on photo caption.
If there is no photo
caption with the photo then the photo remains as incomplete information. Photo
caption is very important for the photo because of being a helpful part of the
photo. Writing the photo caption in journalism is also considered an art.
Precautions while writing photo caption
- First check the facts. There should not be any false facts in the photo introduction.
- If there is a suspicion about a fact and it can not be confirmed, then the idea of writing it should be discarded.
- In the photo caption, we should give the information that not be shown in the photo. Like a picture of the sunrise, a journalist only writes in his photo caption- "Sunrise".This type of photo captiuon will be incomplete because the sunrise is visible in the photo, then what you gave the new information to the reader? Therefore, the journalist should write in this way: A spectacular view of the sunrise on Friday, September 1st, in Kanyakumari.
- Avoid such words in the photo introduction- "visible", "located above", "see".
- Photo caption should not begin with the word "An" or “A”. As if it is written that "a long person is going through the market" then there is no need for it. We should write- "Long person passing through the market."
- If you are trying to tell in the photo where someone is standing, then "from left" would be enough instead of writing "left to right".
- If there are many people present in the photograph and they are important persons then the journalist should write their identity. If there is no identity then the he should ask to photographer. If there are names of people appearing in the photo caption, then it is more authentic. If there is a photo of the crowd, then it can be written as "demonstrative", "mass rally", "crowd" etc.
- In the photo caption, like news, we should use present tense. This makes the photo fresh and recent. Historical or very old photos can be an exception. Example: Virat Kohli accepting the reception after making a century in the third ODI against Sri Lanka on Sunday in Kandy. (The past is like this - after making a century in the third ODI against Sri Lanka on Sunday in Kandy, Virat Kohli accepted the reception of the audience.)
- Identify the mood of the photo. If there is a serious photo then do not try to add humor to it.
- Do not forget to give credit line in the photo caption. That is, do not forget to write that who has taken the photo. It may be the name of the photographer or the name of the photo agency. When giving a credit line it is not written that "taken by ...." Instead, only the name of the person who took the photographer or agency is given.
- In the photo caption, one should try to provide some information which is not available in the photograph or the news related to it.
- Do not make any guesses by looking at the photo and should not write any sentence based on that estimate. If you feel that a person in the photo is unhappy, then you should check that he is sad. If she is not unhappy and you write her miserable on the basis of your estimate then it becomes a ridiculous situation.
- Photo caption can give some different information to the reader. This type of photo caption is usually written with the photo feature.
- If you are doing photo journalism, then write place, time and details of persons present in the photo in the diary.
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समाचार पत्र में फोटो परिचय (कैप्शन) का क्या महत्व है और फोटो परिचय लिखते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
फोटो समाचार पत्र का बेहद महत्वपूर्ण अंग होता है।
कहा जाता है कि एक फोटो हजार शब्दों के बराबर होता है। एक समाचार पत्र के किसी
पृष्ठ पर फोटो लगा होता है तो पाठक पहले फोटो ही देखता है। फोटो देखने के बाद पाठक
यह जानना चाहता है कि फोटो कहां खींचा गया है, यह किस बारे में है और इसमें दिखाई
दे रहे व्यक्ति या वस्तुएं कौन हैं। इसके लिए उसकी नजर फोटो के परिचय यानी फोटो
कैप्शन पर पड़ती है।
अगर फोटो के साथ फोटो कैप्शन नहीं होगा तो फोटो एक प्रकार से
अधूरी सूचना बनकर रह जाता है। इस प्रकार फोटो का एक सहायक अंग होने के कारण फोटो
कैप्शन का समाचार पत्र में बहुत ही महत्व है। पत्रकारिता में फोटो का परिचय लिखना
भी एक कला माना जाता है।
फोटो परिचय लिखते समय बरती जाने वाली सावधानियां
- सबसे पहले तथ्यों की जांच कर लें। फोटो परिचय में कोई भी गलत तथ्य नहीं जाना चाहिए।
- अगर किसी तथ्य के बारे में संशय है और उसकी पुष्टि नहीं हो पा रही है तो उसे लिखने का विचार त्याग देना चाहिए।
- फोटो परिचय में वह जानकारी देनी चाहिए जो फोटो में दिखाई नहीं दे रही है अर्थात जिसे फोटो नहीं बता पा रहा है। जैसे कि सूर्योदय का चित्र लगा है और कोई पत्रकार उसके फोटो परिचय में बस इतना लिखता है- “सूर्योदय”
- इस प्रकार का फोटो परिचय अपूर्ण होगा क्योंकि सूर्योदय तो फोटो में दिखाई ही दे रहा है, फिर आपने पाठक को नई जानकारी क्या दी? इसलिए पत्रकार को इस प्रकार से लिखना चाहिए- कन्याकुमारी में शुक्रवार 1 सितंबर की सुबह सूर्योदय का मोहक नजारा।
- फोटो परिचय में इस प्रकार के शब्दों से भी बचना चाहिए- “दिखाई दे रहा है”, “ऊपर स्थित है”, “देखें”।
- फोटो परिचय को “एक” शब्द से नहीं शुरू करना चाहिए। जैसे यदि यह लिखा जाता है कि “एक लंबा व्यक्ति बाजार से गुजरते हुए” तो इसमें एक की जरूरत नहीं है। हमें लिखना चाहिए- “बाजार से गुजरता लंबा व्यक्ति।”
- फोटो परिचय को किसी के नाम से नहीं शुरू करना चाहिए। शुरूआत उस व्यक्ति या वस्तु के विवरण से करनी चाहिए। उसके बाद नाम आदि आना चाहिए। जैसे- “योगी आदित्यनाथ अस्पताल का निरीक्षण करते हुए।” इससे बजाय लिखना चाहिए- “अस्पताल का निरीक्षण करते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।”
- यदि आप फोटो में यह बताना चाह रहे हैं कि कोई व्यक्ति कहां खड़ा है तो “बाएं से दाएं” लिखने के बजाय “बाएं से” लिखना ही पर्याप्त होगा।
- यदि फोटो में कई व्यक्ति मौजूद हैं और वे महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं तो पत्रकार को उनकी पहचान होनी चाहिए। यदि पहचान नहीं है तो फोटोग्राफर से पूछना चाहिए। अगर फोटो परिचय में फोटो में दिखाई दे रहे व्यक्तियों के नाम होते हैं तो वह ज्यादा प्रमाणिक होता है। हां यदि भीड़ का फोटो है तो उसे “प्रदर्शनकारी”, “जनसैलाब” “भीड़” आदि लिखा जा सकता है।
- समाचार की तरह ही फोटो परिचय में भी प्रजेंट टेंस अर्थात वर्तमान काल का प्रयोग करना चाहिए। इससे फोटो ताजा और हाल का महसूस होता है। ऐतिहासिक या बहुत पुराने फोटो इसका अपवाद हो सकते हैं। उदाहरण- कैंडी में रविवार को श्रीलंका के खिलाफ तीसरे वनडे में शतक बनाने के बाद दर्शकों का अभिवादन स्वीकार करते विराट कोहली। (भूतकाल इस प्रकार होता- कैंडी में रविवार को श्रीलंका के खिलाफ तीसरे वनडे में शतक बनाने के बाद विरोट कोहली ने दर्शकों का अभिवादन स्वीकार किया।)
- फोटो के मिजाज को पहचानें। यदि गंभीर फोटो है तो उसमें हास्य डालने का प्रयास न करें।
- फोटो परिचय में क्रेडिट लाइन देना न भूलें। अर्थात यह लिखना न भूलें कि फोटो किसने खींचा है। इसमें फोटोग्राफर का नाम हो सकता है या फिर फोटो देने वाली एजेंसी का नाम। क्रेडिट लाइन देते समय यह नहीं लिखा जाता है कि “....द्वारा खींचा गया”। इसके बजाय केवल फोटो खींचने वाले व्यक्ति या एजेंसी का नाम दिया जाता है।
- फोटो परिचय में कुछ ऐसी सूचना देने का प्रयास करना चाहिए जो फोटो या उससे जुड़ी खबर में नहीं आ पाई है।
- फोटो देखकर कोई अनुमान नहीं लगाना चाहिए और उस अनुमान के आधार पर कोई वाक्य नहीं लिखना चाहिए। अगर आपको फोटो में कोई व्यक्ति ऐसा लग रहा है कि वह दुखी है तो आपको जांच कर लेनी चाहिए कि वह दुखी ही है। अगर वह दुखी नहीं है और आपने अपने अनुमान के आधार पर उसे दुखी लिख दिया तो हास्यास्पद स्थिति बन जाती है।
- फोटो परिचय फोटो की सूचना देते हुए कुछ अलग जानकारी भी पाठक को दे सकता है। इस प्रकार के फोटो परिचय प्रायः फोटो फीचर के साथ लगाए जाते हैं।
- अगर आप फोटो पत्रकारिता कर रहे हैं तो फोटो लेते उसका स्थान, फोटो लेने का समय और फोटो में उपस्थित व्यक्तियों का विवरण डायरी में जरूर लिख लेना चाहिए।
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