Tuesday 25 February 2020

नागरिकता न किसी की जानी थी, न गई मगर जान कइयों की चली गई

#DelhiRiots #DelhiViolence #GautamGambhir

नागरिकता न किसी की जानी थी, न गई
मगर जान कइयों की चली गई।
जैसे मेहमान के सामने बच्चा शैतानी करे है
वैसे दिल्ली में बिगड़ैलों की बात बन गई।
मम्मी-पापा मेहमान का लिहाज करते रहे
और दिल्ली में शोहदों की नंगई चल गई।
वे आंख दिखाकर कहते हैं कि ये उनका डर है
मगर इससे डरकर शांति ही मर गई।
मेहमान की रवानगी के बाद क्या होगा?
अब सबसे बड़ा प्रश्न यही है अपने तईं।
मम्मी-पापा कूटेंगे या बस ये कहकर रह जाएंगे
नई बाबा नई, आगे ऐसा नई।
- लव कुमार सिंह

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