Friday 17 September 2021

नरेंद्र मोदी के भविष्य पर क्या कहते हैं ज्योतिष के जानकार

नरेंद्र मोदी के भविष्य पर क्या कहते हैं ज्योतिष के जानकार

What do astrologers say on the future of Narendra Modi



17 सितंबर 2021 को नरेंद्र मोदी 71 वर्ष के हो गये। वह तीन बार गुजरात के मुख्यमंत्री बनने के अतिरिक्त दो बार देश के प्रधानमंत्री चुने जा चुके हैं। उनकी गिनती भारत के अब तक के सबसे महत्वपूर्ण राजनेताओं में से एक के रूप में होती है। अब आगे क्या?

अगर आगे यानी भविष्य की बात करें और ज्योतिष के जानकारों की मानें तो बहुत ही जल्द नरेंद्र मोदी विश्व पटल पर सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहे हैं।

फेसबुक पर अपने ज्योतिष ज्ञान के लिये चर्चित पत्रकार प्रमोद शुक्ला लिखते हैं-

जी हां, मेरे शब्दों पर ध्यान दीजिए, महत्वपूर्ण नहीं कह रहा हूं मैं, सबसे महत्वपूर्ण, सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहा है आपका यह नेता विश्व की राजनीति में...और वह भी बहुत ही जल्दी।

जी हां, यह बात मैं इनकी कुंडली के आधार पर कह रहा हूं। वर्तमान में आप के इस नेता की कुंडली में चंद्रमा की महादशा में शुक्र की अंतर्दशा और शनि का प्रत्यंतर इसी महीने से शुरू हो चुका है।

प्रमोद शुक्ला लिखते हैं- ज्योतिष के जानकार यह भली-भांति जानते हैं, और मानते हैं कि लग्न कुंडली के दूसरे घर में वृश्चिक राशि पर बैठा हुआ यह चंद्रमा अकेले ही अपने बलबूते पर राजयोग का फल दे रहा है।

अंतर्दशा का स्वामी शुक्र इस कुंडली का लग्नेश हैआप ध्यान से देखिए, यह लग्नेश पंचमेश और चतुर्थेश शनि के साथ 11वें स्थान में बहुत ही जबरदस्त राजयोग बनाए हुए है। तो वर्तमान में यह जो समय सितंबर महीने में शुरू हुआ है, यह राजयोग एक तरह से चक्रवर्ती सम्राट बनाने का सामर्थ्य रखता है। ऐसा इसलिये क्योंकि लग्नेश शुक्र जब जनता के कारक चतुर्थेश और पंचमेश शनि के साथ ग्यारहवें भाव में बैठे और वह शनि लग्नेश के साथ प्रचंड राजयोगकारी होकर लग्न पर दृष्टि भी डाले। इसके साथ ही महादशा का स्वामी चन्द्रमा राज्य स्थान अर्थात 10वें घर का स्वामी होकर राजयोग का फल दे रहा हो और वह भी मंगल के साथ हो, तो ऐसे कई राज्य योगों के मिलन से एक तरह का चक्रवर्ती सम्राट बनने की ताकत मिलती जाती है। और इन सभी राज्योगों के एकजुट होकर फल देने का समय करीब आ गया है।



ज्योतिष के जानकार ज्ञानी जन इस बात पर गौर करें कि सिर्फ लग्न कुंडली में ही इतने महत्वपूर्ण राजयोग नहीं बन रहे हैं, बल्कि चंद्र कुंडली और सूर्य कुंडली में भी उतने ही मजबूत और ताकतवर राजयोग बन रहे हैं इस कुंडली में। इस तरह से तीनों ही कुंडलियों के राजयोग मिलकर चक्रवर्ती सम्राट बनाने में समर्थ हो जाते हैं।

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए प्रमोद शुक्ला लिखते हैं- आज के समय में चक्रवर्ती सम्राट कोई कैसे घोषित हो सकता है भला, आप यही सोच रहे होंगे? तो वह आप स्वयं ही देखते जाइए.. आप खुद इसके प्रत्यक्षदर्शी होंगे, गवाह होंगे। आने वाले समय पर बारीक निगाह रखेंआपने जो नेता चुनकर भेजा है, उसका डंका बजेगा पूरी दुनिया मेंमोदी जी को उनके ग्रह नक्षत्र विश्व के पटल पर नंबर एक नेता के रूप में स्थापित करने के लिए कमर कस चुके हैंध्यान से देखते रहिएइसकी शुरुआत बहुत ही जल्दी होने जा रही हैबहुत ही जल्दी वह क्वाड की मीटिंग में शामिल होने जा रहे हैंविश्व स्तर के नेताओं से अलग-अलग उनकी वार्ता होने जा रही है उसके बाद मोदी जी यूएनओ की अध्यक्षता करते हुए पूरी दुनिया को अपना महत्वपूर्ण संदेश देने जा रहे हैं।"

प्रस्तुति- लव कुमार सिंह

#HappyBdayModiji, #प्रधानमंत्री, #HappyBdayNaMo, #71stBirthday, #Pradhan_Sevak, #MyPmMyPride #PMOIndia 

No comments:

Post a Comment