समाचार पत्र संस्थान- एक परिचय
(Newspaper organization : An introduction)
MJMC, Semester:-3
Paper:- Print Journalism-2 (Editing and Layout)
Code:-C-11
Unit:-1
प्रश्न-
किसी समाचार पत्र संस्थान में प्रमुख विभाग कौन से होते हैं और उनके क्या कार्य
हैं?
Question: What are the major departments in a
newspaper organization and what are their functions?
उत्तर- किसी समाचार पत्र संस्थान में निम्नलिखित प्रमुख विभाग होते हैं-
Answer: There are the
following major departments in a newspaper institute:
· संपादकीय विभाग (एडिटोरियल डिपार्टमेंट)-Editorial department-
यह अखबार का सबसे
प्रमुख विभाग होता है। इस विभाग के प्रमुख काम हैं-
This
is the most important department of the newspaper. The main functions of this
department are-
-
खबर खोजना और लिखना
Finding and writing news
-
खबरों का चयन और उनका संपादन करना
Selection and editing of news
-
पेज निर्माण का काम करना
Page making work
-
संपादकीय पेज के जरिये विभिन्न मुद्दों पर अखबार की राय प्रस्तुत करना
Present the newspaper's opinion on various issues through
editorial page
· विज्ञापन विभाग (एडवरटाइजिंग डिपार्टमेंट)-Advertisement department-
यह विभाग अखबार के लिए राजस्व
जुटाने का काम करता है। इस विभाग के प्रमुख कार्य हैं-
This
department works as revenue collector for the newspaper. The main functions of
this department are:
-
अखबार के
लिए विज्ञापन का प्रबंधन करना
Managing Advertising for the
newspaper
-
विज्ञापनों
को अखबार के विभिन्न पेजों पर समायोजित करना
Adjusting ads on different pages of the newspaper
-
अखबार के
विज्ञापन के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित कराना
Organizing different types of
programs for newspaper advertisements
· उत्पादक विभाग या प्रेस (प्रोडक्शन डिपार्टमेंट या प्रेस)- Production or press department-
यह अखबार की उत्पादक इकाई होती है।
प्रेस या छापाखाना इसी विभाग के तहत आता है। इस विभाग के मुख्य कार्य हैं-
This
is the productive unit of the newspaper. The Press or Print room comes under
this department. The main functions of this department are:
-
अखबार के
दूसरों केंद्रों के साथ खबरों के आदान-प्रदान का प्रबंधन करना
Managing news exchange with other
centers of the newspaper
-
पेज
निर्माण से पहले पेजों पर विज्ञापन लगाना
Placing ads on pages before page
creation
-
पेज के
निर्माण में संपादकीय विभाग की मदद करना
Helping the editorial department
in the creation of the page
-
बनाए गए
पेजों की प्लेट का निर्माण करना
Creating Plate of Created Pages
-
समाचार
पत्र की छपाई का प्रबंधन करना
Managing Newspaper Printing
· प्रसार विभाग (सरकुलेशन डिपार्टमेंट)-Circulation department-
यह विभाग अखबार के प्रचार-प्रसार
के लिए जिम्मेदार है। इसके मुख्य काम निम्नलिखित हैं-
This
department is responsible for the spread of the newspaper. Its main functions
are:
-
समाचार
पत्र के छपने के बाद उसकी बाजार में बिक्री का प्रबंध करना
Managing sales of newspaper in
the market after publishing the newspaper
-
समाचार
पत्र को प्रेस से पाठकों तक पहुंचाने के लिए टैक्सी आदि की व्यवस्था करना
To arrange the taxi etc. to reach
the newspaper from the press to the readers
-
समाचार
पत्र बांटने वाले एजेंटों, हॉकरों आदि से समन्वय बनाना
To coordinate with distributing
agents, hawkers etc
-
मांग के
अनुसार समाचार पत्र की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करना
To ensure uninterrupted supply of
newspaper according to demand
· लेखा विभाग (एकाउंट डिपार्टमेंट)- Account department-
-
यह विभाग
समाचार पत्र का वित्तीय लेखा-जोखा रखता है।
This department keeps financial
accounting of the newspaper.
-
अखबार के
खर्च और आमदनी का प्रबंधन करना इस विभाग का काम
होता है।
To manage newspaper expenses and
earnings is the work of this department.
-
इसका आकार
समाचार पत्र के आकार के अनुसार ही छोटा-बड़ा हो सकता है।
Its size can be small or big as
per the size of the newspaper.
· मानव संसाधन विभाग (एचआर यानी ह्यूमन रिसोर्स डिपार्टमेंट)- Humen Resource department-
इस विभाग के प्रमुख काम इस प्रकार
हैं-
The
main functions of this department are as follows:
-
अखबार में
पत्रकार और गैर पत्रकार कर्मचारियों की नियुक्ति करना
Appoint journalists and
non-journalist staff in the newspaper
-
कर्मचारियों
के वेतन, अवकाश आदि का प्रबंधन करना
Managing salary, leave etc. of
employees
-
कर्मचारियों
के प्रदर्शन की समीक्षा और प्रोन्नति आदि का कार्य करना
Working of staff performance
review and promotions
· कंप्यूटर/आईटी विभाग Computer/IT department-
अखबारों में सारा काम कंप्यूटरों
के जरिये ही होता है। इसलिए कंप्यूटरों की व्यवस्था बनाने के लिए कंप्यूटर/आईटी
विभाग भी होता है। इस विभाग के मुख्य कार्य निम्नलिखित हैं-
All
work in newspapers is done through computers only. That is why computers / IT
departments are also used to create computers. The main functions of this
department are as follows:
-
कंप्यूटरों की कार्यप्रणाली को अखबार के अनुकूल बनाना
Facilitate the working of
computers according to the
newspaper
-
ऐसी व्यवस्था करना जिससे अखबार का काम तेजी से हो
Manage such arrangements which
will make the paper work faster
-
कंप्यूटरों में आई खराबी को तुरंत ठीक करना
Immediately fix the malfunction
of computers
प्रश्न- संपादकीय विभाग अखबार का सबसे
प्रमुख विभाग है, स्पष्ट करिए
Editorial Department
is the most important department of the newspaper, clarify. Or
संपादकीय विभाग के ढांचे और उसकी
कार्यप्रणाली का वर्णन कीजिए।
Describe the
structure and functioning of the editorial department.
संपादकीय विभाग समाचार पत्र का सबसे प्रमुख विभाग होता है क्योंकि
The editorial
department is the most prominent department of the newspaper because
·
संपादकीय
विभाग उस उत्पाद अखबार को तैयार करता है, जिसके लिए समाचार संस्थान जाना जाता है।
·
The editorial department prepares that product
(news paper) for which the news institute is known.
·
संपादकीय
विभाग द्वारा तैयार अखबार ही पाठकों या जनता के सामने संस्थान का प्रतिनिधित्व
करता है।
The newspaper prepared by the editorial department represents
the institution in front of readers or the public.
·
संपादकीय
विभाग द्वारा तैयार अखबार के आधार पर ही समाज में संस्थान के बारे में सकारात्मक
या नकारात्मक राय बनती है।
On the basis of newspaper prepared by the editorial
department, positive or negative opinion about the institute is
created in the society.
·
किसी अखबार
की सफलता या विफलता उस अखबार के संपादकीय विभाग के प्रदर्शन पर निर्भर करती है।
The success or failure of a newspaper depends on
the performance of the editorial department of that newspaper.
·
एक प्रकार
से संपादकीय विभाग अखबार का पर्यायवाची जैसा होता है, इसलिए समाचार संस्थान में इस
विभाग को सबसे प्रमुख माना जाता है।
In
a way, the editorial department is synonymous with newspaper, so this
department is considered the most prominent in the news institute.
कार्य (Work)
·
संपादकीय
विभाग में सबसे पहले विभिन्न स्रोतों से आए ढेरों समाचारों से उस अखबार के प्रसार
क्षेत्र के पाठकों की आवश्यकता और रुचि के अनुसार खबरों को छांटा जाता है।
First in the editorial department, a lot of news
from different sources are sorted out according to the requirement and
interest of the readers in the spreading area of that newspaper.
·
उसके बाद इस विभाग में छांटे गए समाचारों का संपादन किया जाता है।
समाचारों में आवश्यकतानुसार अतिरिक्त जानकारी जोड़ी जाती है। समाचार पत्र में
उपलब्ध स्थान के अनुरूप खबरों में काट-छांट की जाती है।
After that, the reports sorted out in this
department are edited. Additional information is added in the news as
needed. News is editout in accordance with the available space in the
newspaper.
·
संपादन के
बाद समाचारों को पेज पर लगाकर समाचार पत्र का स्वरूप दिया जाता है।
After
the editing, newspaper is prepared by putting the news on the pages.
ढांचा (Structure)
·
संपादकीय
विभाग अनेक डेस्कों या केबिनों में विभाजित होता है। ये डेस्कें समाचार पत्र के
स्वरूप और सुविधा के अनुसार ही बनाई जाती हैं। जैसे खेल डेस्क, सिटी डेस्क, बिजनेस
डेस्क आदि।
The editorial department is divided into many desks
or cabins. These desks are made according to the nature and convenience of
the newspaper. Such as sports desk, city desk, business desk etc.
·
डेस्क
व्यवस्था से यह लाभ होता है कि ढेरों खबरों के बीच संबंधित डेस्क के समाचार खोते
नहीं हैं। उदाहरण के रूप में खेल के समाचार सीधे खेल डेस्क पर पहुंच जाते हैं।
इससे खेल डेस्क के पत्रकार अन्य विषयों के समाचारों में उलझने के बजाय सीधे खेल के
समाचारों के संपादन में जुट जाते हैं।
There is a benefit from desk arrangements that the
news of the respective desk do not miss among many reports. For examples news of the game reaches
directly to the sports desk. With this, the journalists of the Sports Desk get
involved directly in the news of the game instead of engaging in the news of
other topics.
·
प्रत्येक
डेस्क पर केवल उसी से संबंधित समाचार पहुंचाने के लिए कंप्यूटर प्रणाली में
बास्केट बनाई जाती है। इस व्यवस्था से बाहर से आने वाले समाचार सीधे संबंधित डेस्क
की बास्केट में गिरते रहते हैं। इस व्यवस्था से काम तेज गति से होता है।
A basket is prepared in the computer system to deliver
only related news to each desk. News coming out of this system keeps falling
into the basket of the respective desk directly. This system works faster.
·
समाचार
पत्र के पेजों के अनुरूप संपादकीय विभाग में निम्नलिखित डेस्क या केबिन हो सकते
हैं।
According to the newspaper pages, the editorial
department can have the following desks or cabin.
Ø
जनरल डेस्क
या प्रथम पेज डेस्क इस डेस्क
पर देश, विदेश और प्रदेश के समाचार आते हैं। इन्हीं में से प्रमुख समाचारों का चयन
करके पहले पेज का निर्माण किया जाता है। बाकी बचे प्रमुख समाचारों को देश, विदेश
और प्रदेश के नाम वाले अन्य पेजों पर लगाया जाता है। किसी समाचार पत्र में देश,
विदेश और प्रदेश नाम से अलग डेस्क भी हो सकती हैं या फिर ये सारे काम एक बड़ी जनरल
डेस्क या प्रथम पेज डेस्क पर भी हो सकते हैं।
Ø
General Desk or First Page Desk:
This desk deals with news of Country, Foreign and State. The first page is
created by selecting major news from these. The remaining major news stories
are placed on other pages named after country, foreign and state. There may be
a separate desk in the name of country, world and region in any newspaper, or
all these work can also be done at a large General Desk or First Page Desk.
Ø
सिटी डेस्क स्थानीय शहर के
समाचारों के संपादन का काम इस डेस्क पर होता है।
Ø
City desk: The
editing of local city news is done on this desk.
Ø
प्रादेशिक
डेस्क अखबार के दफ्तर के
आसपास स्थित प्रत्येक जिले के नाम से भी डेस्क बनाई जाती है। इन सभी जिला डेस्कों
को मिलाकर प्रादेशिक डेस्क भी कहा जाता है।
Ø
Regional Desks: Desk
is also created in the name of every district located near the newspaper
office. All these district desks are also called regional desks.
Ø
खेल डेस्क जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, इस
डेस्क पर खेल संबंधी खबरों का संपादन होता है।
Ø
Sports Desk: As
the name suggests, sports reports are edited on this desk.
Ø
अर्थ/कारोबार डेस्क इस डेस्क पर व्यापार, कारोबार,
वित्त, शेयर बाजार, बैंक, बीमा आदि क्षेत्रों की खबरों का संपादन होता है।
Ø
Finance / Business Desk:
News of trade, business, finance, stock market, bank, insurance etc. is edited
on this desk.
Ø
समन्वय
डेस्क यह डेस्क
सभी डेस्कों के बीच समन्वय का काम करती है। इसके अतिरिक्त अपने केंद्र की प्रमुख
खबरों की सूची बनाने, उन खबरों को दूसरे केंद्र को भेजने तथा दूसरे केंद्रों से
वहां की प्रमुख खबरे मंगाने, राजधानी में मौजूद ब्यूरो आदि से संपर्क करने जैसे
काम भी यह डेस्क करती है।
Ø
Coordination desk:
This desk works as coordination between all the desks. Apart from this, the
desk also has the task of making lists of major news reports, sending those
reports to the other center and getting important news from other centers,
contacting the bureaus in the capital etc.
Ø
फीचर पेज
डेस्क सप्ताह
में अलग-अलग दिन छपने वाले विभिन्न विशिष्ठ पेजों (जैसे फिल्म का पेज, स्वास्थ्य,
धर्म, तकनीक आदि से जुड़े पेज) की सामग्री इस डेस्क पर तैयार की
जाती है।
Ø
Feature Page Desk:
The content of different specific pages (such as the film page, pages of
health, religion, technology, etc.), which appear on different days in the
week, is prepared on this desk.
Ø
संपादकीय
पेज डेस्क किसी
अखबार का विचार पेज इस डेस्क पर तैयार किया जाता है। इस पेज पर संपादकीय और
विभिन्न समसामयिक मुद्दों से जुड़े आलेख छापे जाते हैं।
Ø
Editorial Page Desk:
The views page of a newspaper is prepared at this desk. On this page, editorial
and articles related to various contemporary issues are printed.
·
विभिन्न
डेस्कों पर काम करने वाले पत्रकारों की संख्या समाचार पत्र के आकार और ढांचे के
अनुसार होती है।
The number of journalists working
on different desks is according to the size and structure of the newspaper.
·
डेस्कों के
पास ही हमें संपादक का केबिन भी देखने को मिलता है।
We also get to see the editor's
cabin near the desks.
·
संपादक के
केबिन के आसपास ही समाचार संपादक, उप समाचार संपादक आदि के केबिन होते हैं।
Around the editor's cabin there
are cabins of news editors, Deputy-news-editors etc.
·
संपादकीय
विभाग में हमें एक मीटिंग रूम भी देखने को मिलता है, जहां पर संपादक अपने
अधीनस्थों के साथ बैठक करते हैं।
In the editorial department, we
also get to see a meeting room, where the editors meet with their subordinates.
इनपुट-आउटपुट डेस्क
कई समाचार
पत्रों में इनपुट-आउटपुट डेस्क का चलन भी शुरू हुआ है। इस प्रणाली में एक इनपुट
डेस्क होती है। इनपुट डेस्क का काम विभिन्न स्रोतों से आए समाचारों का संपादन
करना, उन्हें सुधारना, उन्हें तराशना, उनमें वैल्यू एडीशन करना, उन पर आकर्षक हैडिंग
लगाना आदि होता है। उसके बाद उन खबरों को आउटपुट डेस्क को दे दिया जाता है। आउटपुट
डेस्क पर मौजूद पत्रकार इनपुट डेस्क से मिली खबरों के आधार पर समाचार पत्र के
पेजों का निर्माण करते हैं।
Input-output desk
In many newspapers,
the introduction of the input-output desk has also started. This system has an
input desk. The work of the input desk is to edit the news from various
sources, to improve them, to decorate them, to value addition, to have
attractive headings etc. After that those reports are given to the output desk.
Journalists at the output desk make
newspaper pages based on the news from the input desk.
प्रश्न- संपादकीय विभाग में कौन-कौन से पद निर्धारित होते हैं?
What posts are set in
the editorial department?
उत्तर-
संपादकीय विभाग में निम्नलिखित पद होते हैं-
Answer: The following posts are in the editorial department:
·
समूह
संपादक या ग्रुप एडिटर (group editor)
·
कार्यकारी
संपादक या एक्जीक्यूटिव एडीटर (executive editor संपादक)
·
वरिष्ठ
स्थानीय संपादक या सीनियर रेजीडेंट एडिटर ( senior resident
editor संपादक)
·
स्थानीय
संपादक या रेजीडेंट एडिटर (resident editor संपादक)
·
सहायक
संपादक या डिप्टी/असिस्टेंट
एडिटर (deputy or assistant editor संपादक)
·
समाचार
संपादक या न्यूज एडिटर (news editor संपादक)
·
उप समाचार
संपादक या डिप्टी न्यूज एडिटर (deputy news editor) (रिपोर्टिंग में समकक्ष पद-
स्पेशल करेस्पोंडेंट special correspondent या विशेष संवाददाता)
·
मुख्य उप
संपादक या चीफ सब एडिटर (chief sub editor) (रिपोर्टिंग में समकक्ष पद-चीफ
रिपोर्टर chief reporter या मुख्य संवाददाता)
·
वरिष्ठ उप
संपादक या सीनियर सब एडिटर (senior sub editor) (रिपोर्टिंग में समकक्ष पद-
सीनियर रिपोर्टर senior reporter या वरिष्ठ संवाददाता)
·
उप संपादक
या सब एडिटर (sub editor) (रिपोर्टिंग में समकक्ष पद- रिपोर्टर
reporter या
संवाददाता)
·
जूनियर सब
एडिटर या कनिष्ठ उप संपादक junior sub editor (रिपोर्टिंग में समकक्ष पद-जूनियर
रिपोर्टर junior reporter या कनिष्ठ संवाददाता)
·
प्रशिक्षु
या ट्रेनी trainee (रिपोर्टिंग
में समकक्ष पद- ट्रेनी रिपोर्टर trainee reporter या प्रशिक्षु संवाददाता)
प्रश्न- किसी समाचार पत्र या
पत्रिका में विज्ञापन विभाग बेहद महत्वपूर्ण विभाग क्यों होता है? समाचार पत्र में विज्ञापन विभाग की
भूमिका और कार्यप्रणाली के बारे में लिखिए।
Why is the
advertising department a very important department in a newspaper or magazine?
Write about the role and methodology of the advertising department in the
newspaper.
उत्तर- जैसा कि हम जानते हैं कि ज्यादातर
समाचार पत्रों की एक कॉपी तीन या साढ़े तीन रूपये में बेची जाती है, जबकि इसकी
निर्माण लागत आठ से दस रुपये के बीच में आती है। तो क्या अखबारों का प्रकाशन घाटा
सहकर किया जाता है? बिल्कुल
नहीं। अखबारों में छपने वाले विज्ञापन न केवल इस घाटे की भरपाई करते हैं, बल्कि
अखबार के प्रकाशक को लाभ भी कमाकर देते हैं।
As we know, a copy of most newspapers is sold for three or three and a half rupee, whereas its production cost comes in between eight to ten rupees. So is the publication of newspapers published by the losses? of course not. Newspaper advertisements not only compensate for this loss, but also earn profit to the publisher of the newspaper.
विज्ञापन के बिना किसी भी अखबार को अपना अस्तित्व बचाए रखना लगभग असंभव
होता है। इसीलिए अखबार में विज्ञापन विभाग एक बहुत ही महत्वपूर्ण विभाग है।
It is almost impossible for any newspaper to keep its existence alive without advertising. That's why the advertising department in the newspaper is a very important department.
निःसंदेह किसी भी अखबार का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा खबर ही होती है, लेकिन अखबार को चलाने
का काम विज्ञापन की करता है। विज्ञापन का महत्व इतना ज्यादा है कि जब अखबार में
स्थान पाने के लिए विज्ञापन और खबर के बीच संघर्ष होता है तो इसमें जीत विज्ञापन
को ही मिलती है। अर्थात जगह कम होने पर
कोई सामान्य खबर रुक सकती है, लेकिन विज्ञापन अवश्य
ही छापा जाता है।
Of course, the most important part of any newspaper is news, but advertisments have the responsibility to running the newspaper. The importance of advertising is so much that when there is confrontation between advertisment and news to get a place in the newspaper, the advertisement wins. This means that any general news may stop when the space is low, but the advertisement is definitely printed.
सामान्यतः
अखबारों में विज्ञापन और खबर के बीच 60 और 40 का अनुपात रखने का नियम है। अर्थात
अखबार में उपलब्ध कुल स्थान में विज्ञापन का अधिकतम हिस्सा 60 प्रतिशत तक हो सकता
है। लेकिन जब ज्यादा विज्ञापन आता है तो कोई भी प्रकाशक उसकी उपेक्षा नहीं कर
पाता, क्योंकि विज्ञापन ही उसकी कमाई का जरिया होता है।
Generally, there is a rule of 60-40 ratio between newspapers and news. That means the maximum number of ads in the total space available in the newspaper can be up to 60 percent. But when more ads come to it, then no publisher can ignore them, because advertisments are the means of earning it.
जब समाचार
पत्र में विज्ञापन तय सीमा से ज्यादा हो जाते हैं तो समाचार पत्र के पेजों को बढ़ा
दिया जाता है। अर्थात यदि रोजाना 12 पेज छपते थे तो उस दिन पेजों की संख्या 14 या
16 हो सकती है।
When advertisements in the newspaper exceed the set limit, the pages of the newspaper are extended. That means if 12 pages were printed daily, the number of pages on that day could be 14 or 16.
जब पेजों
की संख्या बढ़ाने की स्थिति न हो तो ज्यादातर पेजों पर (प्रथम पेज और अन्य कुछ
प्रमुख पेजों को छोड़कर) खबरों को रोककर विज्ञापनों को वरीयता दी जाती है। समाचार
पत्रों में ऐसा अक्सर त्योहारों के दिनों में देखने को मिलता है।
When there is no increase in the number of pages, ads are preferred by stopping the news on most pages (excluding the first page and some other major pages). This is often seen in newspapers in the days of festivals.
विज्ञापन
विभाग में विज्ञापन जुटाने के लिए विभिन्न प्रबंधक और उनके तहत काम करने वाले
कर्मचारी होते हैं। वे न केवल समाचार पत्र के लिए विज्ञापन जुटाते हैं, बल्कि
समाचार पत्र का प्रचार भी करते हैं। इसके लिए वे संपादकीय विभाग के सहयोग से
विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम, प्रतियोगिताएं आदि भी आयोजित करते हैं।
There are various managers and employees working under
them in the advertising department. They not only raise advertisements for the
newspaper, they also promote the newspaper. For this, he organizes various
types of events, competitions etc. in collaboration with the editorial department.
प्रश्न- किसी अखबार में
प्रॉडक्शन या प्रेस विभाग का क्या काम होता है?
What is the work of
production or press department in a newspaper?
उत्तर- अखबार के दफ्तर में खबरें और विज्ञापन लगकर जब कोई पेज तैयार हो
जाता है तो वह प्रॉडक्शन या प्रेस विभाग को सौंप दिया जाता है।
When a page is prepared with news and advertisements in the newspaper office, then it is handed over to the production or press department.
अखबार का तैयार पेज सबसे पहले प्रॉडक्शन विभाग के कंप्यूटर सेक्शन में
जाता है, जहां पेज पर लगे विज्ञापन आदि को अंतिम रूप से जांचा जाता है। यदि कोई त्रुटि हो तो उसे दूर किया
जाता है। उसके बाद पेज को प्लेट बनाने के लिए आगे भेज दिया जाता है। प्लेट बन जाने
के बाद अखबार को छापने के लिए मशीन में भेजा जाता है।
The finished page of the newspaper first goes to the Computer section of the production department, where the advertisement on the page etc. is finalized. If there is an error, then it is removed. After that the page is forwarded to make the plate. After the plate is made, the newspaper is sent to the machine to print.
करीब 20-25
वर्ष पहले तक प्रॉडक्शन विभाग में पेज की प्लेट बनाने और उस प्लेट के छपाई के लिए
मशीन में जाने से पहले कई काम होते थे। चूंकि उस समय खबरें कलम से लिखी जाती थीं
इसलिए खबरों को कंप्यूटर पर टाइप करने और उन्हें कॉलम में व्यवस्थित करने का काम
कंपोजिंग सेक्शन में होता था। कंपोजिंग सेक्शन प्रॉडक्शन विभाग का ही अंग था।
About 20-25 years ago, there was a lot of work in the production department before making a plate of the page and going this plate to machine for printing. Since the news was written from the pen, the task of typing the news on the computer and arranging them in columns was done in the composing section. The composing section was part of the production department.
जब
कंपोजिंग सेक्शन से खबर टाइप होकर तथा कॉलम में सेट होकर निकलती थी तो प्रूफ
सेक्शन में प्रूफ रीडर उसका प्रूफ पढ़ते थे। यदि कोई संशोधन होता था तो उसे फिर से
कंपोजिंग विभाग में भेजते थे।
When the news came from the composing section and when it was set in the column, the proof reader in the proof section used to read its proof. If there was any modification then he would have sent it back to the composing department.
जब खबर
त्रुटिरहित हो जाती थी तो तय कॉलम में सेट होकर पेस्टर के पास जाती थी। पेस्टर,
संपादकीय विभाग के निर्देश पर खबर को बताए गए स्थान पर गोंद से चिपकाता था। इसके
लिए ड्राइंग बोर्ड जैसे स्टैंड बने होते थे, जिन पर आठ कॉलम की सीट लगी होती थी।
पेस्टर इस सीट पर खबरों को काट-काटकर चिपकाता था। जब पूरा पेज खबरों से भर जाता था
तो उसे प्लेट बनाने के लिए भेज दिया जाता था। प्लेट बनने के बाद वह मशीन विभाग में
छपने के लिए पहुंच जाती थी।
When the news bacame errorless, then it was set in fixed column and went to the paster. The paster pasted the news on the instructions of the editorial department, with the glue in the place specified. For this, stand like drawing board would have been built, which had eight columns of seats. Paster pasted the news on this seat. When the whole page was filled with news, it was sent to make the plate. After the plate was made, it went to the machine department to print.
प्रॉडक्शन
विभाग में पहले कंपोजिटर, प्रूफ रीडर, पेस्टर, निगेटिव प्लेट मेकर, मशीन मैन जैसे
पद होते थे, लेकिन अब प्लेट मेकर और मशीनमैन जैसे पद ही बचे हैं। ऐसा इसलिए
क्योंकि अब खबरों को टाइप करने, उनमें गलती ठीक करने का काम संपादकीय विभाग में ही
होता है। पेज भी संपादकीय विभाग में बनते हैं।
Previously, there were posts like Compositor, Proof
Reader, Paster, Negative Plate Maker and Machine-man in the production
department, but now only the positions like Plate Maker and Machine-man are
left. That's because now the job of typing, proofreading and page-making is
done in the editorial department.
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