Sometimes the shopkeeper of the street used to feel disheartened why his shop was not on the main road, but this shopkeeper was most relieved in the lockdown
अगर आप व्यापार करने का फैसला करें तो आपकी दुकान कहां होनी चाहिए? निश्चित ही आप चाहेंगे कि आपकी दुकान शहर की मुख्य सड़क पर होनी चाहिए। यदि आपको किसी गली में अंदर जाकर दुकान मिलती है तो आप मायूस हो जाते हैं। लेकिन कोरोना संकट के इस दौर में इसके उलट नजारा दिखाई दिया। आजकल मुख्य सड़क के दुकानदार परेशान हैं। वे अपने आप से कह रहे हैं कि काश हमारी दुकान मुख्य सड़क के बजाय किसी गली में कहीं अंदर जाकर होती।
ऐसा इसलिए है कि कोरोना संकट और लॉकडाउन के पिछले करीब तीन महीने के दौर में उन दुकानदारों पर इस संकट का ज्यादा असर नहीं पड़ा जिनकी दुकानें गली के अंदर मौजूद हैं या जिनकी दुकानें उनके घर के साथ लगी हैं। ऐसे दुकानदार अपनी दुकानें तो बंद रखते थे, लेकिन लॉकडाउन के दौरान अपनी दुकान के बाहर आकर खड़े हो जाते थे। आसपास के जानकार ग्राहक इनके पास आते थे और जरूरत की सामग्री ले जाते थे। ये दुकानदार अपने दुकान का शटर बंद रखते हुए ही घर के अंदर से जरूरी चीजें बेच रहे थे।
जिन दुकानदारों की दुकानें घर में नहीं थीं, लेकिन दूर गली के अंदर थीं, वे अपने ग्राहकों से फोन के जरिये संपर्क में थे। वे ग्राहकों को फोन करके या ग्राहक उन्हें फोन करके अपनी जरूरतें बताते थे। दुकानदार मांगे गए सामान को या तो ग्राहकों के घर तक पहुंचा देते थे या फिर उनके फोन करने पर सुबह के समय ग्राहक दुकान पर पहुंच जाता था और अपना सामान ले आता था।
उधर, सबसे ज्यादा नुकसान मुख्य सड़क के दुकानदारों को उठाना पड़ा क्योंकि वहां पुलिस-प्रशासन की निरंतर आवाजाही रहती थी। मुख्य सड़क पर मीडिया के व्यक्ति और आम जनता भी आती-जाती रहती है। दुकान का शटर खुला देखकर कोई भी पुलिस से शिकायत कर देता था। अब देखिए न मेरठ में पुस्तकों की सबसे प्रसिद्ध दुकान लायल बुक डिपो के मालिक मुख्य सड़क पर स्थित अपनी दुकान में शटर उठाकर कुछ लेने गए थे, लेकिन तुरंत पुलिस की नजर में आ गए। पुलिस ने उनके खिलाफ मुकदमा दायर कर दिया।
...तो किस स्थान पर दुकान होने से लाभ होगा, यह कभी-कभी परिस्थितियों पर भी निर्भर करता है।
ग्राहकों का ब्योरा रखिए, बहुत लाभ में रहेंगे
Keep details of customers, you will be in great benefit
यहां उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन के दौरान वे दुकानदार कम नुकसान में रहे जो अपने पास ग्राहकों का पूरा ब्योरा रखते हैं। इसके उन्हें फोन को व्यापार का जरिया बनाने में मदद मिली। इसलिए यह जरूरी है कि आप कैसी भी दुकान क्यों न करते हों, अपने ग्राहकों के नाम, फोन नंबर और पते जरूर एक डायरी या रजिस्टर में नोट करें। इससे न केवल लॉकडाउन जैसे संकट से उबरने में मदद मिलेगी, बल्कि अपने व्यापार को बढ़ाने, किसी नई स्कीम की जानकारी देने आदि में आपको बहुत लाभ होगा। ऑनलाइन शॉपिंग से प्रतिस्पर्धा के इस दौर में तो ग्राहकों का ब्योरा रखना और भी जरूरी है। बहुत से दुकानदार यह काम अवश्य करते हैं लेकिन बहुत से दुकानदार इस काम में लापरवाही करते हैं। ऐसे लापरवाह दुकानदार ही लॉकडाउन में मक्खियां मारते देखे गए।
वैसे भी आम दुकानदारों के सामने आज ऑनलाइन शॉपिंग के रूप में सबसे बड़ी चुनौती आ खड़ी हुई है। इसके लिए भी उनके पास ग्राहकों का ब्योरा होना जरूरी है। ये नया जमाना है, नई चुनौतियां है, इसलिए अपनी दुकानदारी को बदलिए। लोग ऑनलाइन शॉपिंग खुद करते हैं, लेकिन यदि आपके पास आपके ग्राहकों का ब्योरा है तो आप स्वयं उन्हें अपनी दुकान के माल की ऑनलाइन शॉपिंग करा सकते हैं। लोग अमेजन, फ्लिपकार्ट के पास स्वयं जाते हैं, लेकिन आप अपने ग्राहक के पास फोन, ई-मेल आदि के जरिये स्वयं जाइए। उनकी जरूरत आदि के बारे में पूछिए, अपने यहां आए नए माल के बारे में बताइए और उनके घर तक माल पहुंचाने की व्यवस्था कीजिए। ऐसा करने से आपके व्यवसाय में निश्चित ही बदलाव आएगा।
- लव कुमार सिंह
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