News of huge relief, Corona virus medicine launched in Indian market
- शुरुआती स्टेज वाले कम
गंभीर रोगियों को ठीक करने में पूरी तरह सफल बताई जा रही
- भारतीय औषधि
महानियंत्रक (डीसीजीआई) भी दे चुका है उत्पादन और मार्केटिंग की अनुमति
- डायबिटीज और दिल के
रोगी भी शुरुआती स्टेज में ले सकते हैं यह दवा
कोरोना महामारी के इस
दौर में 20 जून को एक बेहद सुखद खबर सुनने को मिली थी। इस दिन भारत में स्थित एक कंपनी ने बाजार में कोरोना
वायरस के संक्रमण को दूर करने की दवा उतार दी थी। यह दवा मुंबई की ग्लेनमार्क
फार्मास्युटिकल्स ने बनाई है और यह दवा कोरोना वायरस से पीड़ित कम गंभीर रोगियों
के लिए बिल्कुल सटीक दवा बताई जा रही है। कंपनी के अनुसार इस दवा के उत्पादन और
मार्केटिंग की अनुमति भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने पहले ही दे रखी है।
कोरोना वायरस के संक्रमण को दूर करने वाली इस दवा का नाम फेविपिराविर है। कंपनी ने इसे ‘फैबिफ्लू’ के नाम से बाजार में उतारा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स के सीएमडी ग्लेन सल्दान्हा ने कहा है कि इस दवा के बाजार में आने से भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के रिकवरी रेट में वृद्धि होने की पूरी उम्मीद है।
सल्दान्हा के अनुसार क्लीनिकल ट्रायल में फैबिफ्लू के इस्तेमाल से कोरोना के हल्के संक्रमण से पीड़ित मरीजों के मामले में बेहद सुखद परिणाम मिले हैं। कंपनी ने फैबिफ्लू दवा की कीमत 103 रुपये प्रति टेबलेट रखी है। अभी इसे बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं खरीदा जा सकेगा।
इसे लेने का तरीका भी बताया गया है। फैबिफ्लू की 1800 मिलीग्राम की दो खुराक रोगी को पहले दिन लेनी होंगी। उसके बाद 800 मिलीग्राम की दो खुराक अगले 14 दिन तक लेनी होंगी। कंपनी का दावा है कि डायबिटीज और दिल की बीमारी वाले लोग भी इस दवा को ले सकते हैं, बशर्ते उन्हें कोरोना वायरस का मामूली संक्रमण हो।
चूंकि यह दवा 14 दिन तक खानी है, इसलिए यह 34 टेबलेट की स्ट्रिप में मिलेगी। कंपनी के अनुसार इन 34 टेबलेट का अधिकतम खुदरा मूल्य 3,500 रुपये रखा गया है। अभी यह दाम गरीबों के लिए बहुत ज्यादा है। हालांकि मध्यम वर्ग की पहुंच में है। हो सकता है कि जब अन्य कंपनियां भी अपनी दवाइयां लेकर आएं या फिर सरकार इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक सुलभ कराने का प्रयास करे तो इसके दाम कुछ घटें। फिलहाल राहत की बात यही है कि कोविड-19 के इलाज के लिए यह पहली खाने वाली दवा है जिसे सरकारी एंजेंसी की मंजूरी मिली है और जो बाजार में पेश की गई है।
इस दवा को लांच करने के बाद ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स के शेयरों में भी भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
- लव कुमार सिंह
No comments:
Post a Comment