Tuesday 22 June 2021

भारत में महिलाएं 'हाई हील' पर मरी जाती हैं, जापानी महिलाएं कहती हैं कि ये हमें मार डालेगी

Women in India die on 'high heels', Japanese women say it will kill us


जापान में चल रहा है ‘कुतू’ (KuToo)' आंदोलन




हमारे देश भारत में महिलाएं हाई हील के जूते-सैंडल पहनना बहुत पसंद करती हैं। लेकिन जापान की नौकरीपेशा महिलाएं हाई हील के खिलाफ आंदोलनरत हैं। वे ऊंची हील वाली सैंडल/जूती से मुक्ति चाहती हैं। ऊंची हील वाली सैंडल/जूती जापान में दफ्तरों में काम करने वाली महिलाओं के ड्रेस कोड का हिस्सा है, लेकिन सैंडल/जूती की ऊंची हील ने महिलाओं का जीना दूभर कर दिया है।

जापान की महिलाएं दफ्तरों में ऊंची हील की अनिवार्यता से इतनी परेशान थीं कि एक 32 वर्षीय मॉडल यूमी इशीकावा के इस संबंध में ट्वीट करते ही उन्होंने आंदोलन शुरू कर दिया।

चूंकि 2020 में 'मी-टू' आंदोलन का काफी शोर था, इसलिए ‘मी-टू’ से लय बैठाते हुए आंदोलन का नाम ‘कुतू’ (KuToo) रखा गया है। जापानी भाषा में Kutsu का अर्थ जूता होता है, जबकि  kutsuu का अर्थ दर्द होता है। यानी यह नाम जूते से होने वाले दर्द को बयान करता है।

ऊंची हील से महिलाओं को कई समस्याएं होती हैं। इससे उनके टखने में मोच आ सकती है। इसके अतिरिक्त फफोले पड़ना, नील पड़ जाना और कमर दर्द जैसी समस्याएं महिलाओं में आम हो जाती हैं। ऊंची हील पैर पर इतना दबाव डालती है कि इसकी वजह से हड्डी में फ्रैक्चर भी आ सकता है।

आंदोलन को आगे बढ़ाते हुए यूमी इशीकावा ने जापान के स्वास्थ्य, श्रम और कल्याण विभाग को ऊंची हील की अनिवार्यता के खिलाफ अर्जी दी है। इस अर्जी पर 14 हजार महिलाओं ने हस्ताक्षर किए हैं। अर्जी में मांग की गई है कि दफ्तर में ऊंची हील की अनिवार्यता को समाप्त किया जाए और महिलाओं को मनमर्जी का फुटवियर पहनने की आजादी दी जाए।

उम्मीद की जानी चाहिए कि 2020 में शुरू हुआ जापानी महिलाओं का यह आंदोलन सफल रहेगा।

-लव कुमार सिंह

No comments:

Post a Comment