Friday 11 June 2021

इलाहाबाद हाईकोर्ट : 12 जून 1975 ने देश की दिशा बदल दी

Allahabad High Court: 12 June 1975 changed the direction of the country


इलाहाबाद हाईकोर्ट में 12 जून 1975 का दिन क्यों बेहद महत्वपूर्ण है? इसका देश में लगी इमरजेंसी से क्या संबंध है? Why is the day of 12 June 1975 very important in the Allahabad High Court? What does this have to do with the emergency in the country?

1975 में 12 जून को ही इलाहाबाद हाईकोर्ट ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को चुनाव में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का दोषी पाया और उनका निर्वाचन रद्द कर दिया था। साथ ही उनके छह साल चुनाव लड़ने पर रोक भी लगा दी थी। इस फैसले के दो हफ्ते के भीतर ही इंदिरा गांधी ने देश में इमरजेंसी की घोषणा कर दी थी। इंदिरा गांधी के खिलाफ यह फैसला देने वाले न्यायाधीश जगमोहनलाल सिन्हा थे। उन्होंने यह फैसला समाजवादी नेता राजनारायण की याचिका की सुनवाई करने के बाद दिया था। राजनारायण 1971 के लोकसभा चुनाव में रायबरेली सीट से इंदिरा गांधी के खिलाफ लड़े थे और चुनाव हार गए थे।

तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के खिलाफ फैसला देने वाले न्यायाधीश जगमोहनलाल सिन्हा

इस केस में राजनारायण के वकील प्रशांत भूषण के पिता शांति भूषण थे। इंदिरा गांधी के वकील एससी खरे थे। प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को भी गवाही के लिए हाईकोर्ट में आना पड़ा था और उनसे छह घंटे पूछताछ हुई थी। जस्टिस सिन्हा ने दो मुद्दों के आधार पर इंदिरा गांधी को चुनाव में अनुचित साधन अपनाने का दोषी पाया था। पहला तो यह कि इंदिरा गांधी के चुनाव एजेंट यशपाल कपूर थे जो उस समय एक सरकारी अफसर भी थे। कानूनन एक सरकारी अफसर का एजेंट होना गलत था। इसके अलावा यह भी पाया गया कि इंदिरा गांधी ने लाउडस्पीकरों और शामियाने की व्यवस्था सरकारी खर्चे पर कराई थी।

इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश कौन बनाए गए हैं? Who has been appointed as the Chief Justice of Allahabad High Court?
संजय यादव

इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश संजय यादव बनाए गए हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें 10 जून 2021 को इस पद पर नियुक्त किया है। 12 जून को उन्होंने पदभार संभाल लिया। संजय यादव से पहले गोविंद माथुर इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश थे।

इलाहाबाद हाईकोर्ट की स्थापना कब हुई थी? When was the Allahabad High Court established?

इलाहाबाद हाईकोर्ट की स्थापना 17 मार्च 1866 को आगरा में हुई थी। सदर दीवानी अदालत को हटाकर उसके स्थान पर उत्तरी-पश्चिमी प्रदेशों के लिए उच्च न्यायालय आगरा में अस्तित्व में आया। 1869 में यह इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में स्थानांतरित हो गया।

इलाहाबाद हाईकोर्ट की कितनी बैंच (खंडपीठ) हैं और ये कहां पर हैं? How many benches of Allahabad High Court are there and where are they?

वर्तमान में इलाहाबाद हाईकोर्ट की केवल एक खंडपीठ है जो लखनऊ में स्थित है। इसकी दूसरी खंडपीठ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गठित करने की मांग काफी दिनों से की जा रही है।

इलाहाबाद हाईकोर्ट के पहले मुख्य न्यायाधीश कौन थे? Who was the first Chief Justice of Allahabad High Court?

सर वाल्टर मोर्गन इसके पहले मुख्य न्यायाधीश थे।

आजादी के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट के पहले मुख्य न्यायाधीश कौन बने? Who became the first Chief Justice of Allahabad High Court after independence?

1947 में बिधु भूषण मलिक स्वतंत्रता के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट के पहले मुख्य न्यायाधीश थे।

इलाहाबाद हाईकोर्ट में न्यायाधीशों के कितने पद स्वीकृत हैं? How many posts of judges are sanctioned in Allahabad High Court?

इलाहाबाद हाईकोर्ट में न्यायाधीशों के 160 पद हैं जो देश के उच्च न्यायालयों में सबसे ज्यादा हैं।

- लव कुमार सिंह



No comments:

Post a Comment