Corona Humor To Increase Your Immunity
Read this, there will definitely be a slight increase in immunity
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प्रश्न– क्या
कोविशील्ड लगे लड़के का विवाह कोवैक्सीन लगी लड़की से हो सकता है?
उत्तर– अरे गोत्र अलग–अलग होने से
ये तो बहुत ही उत्तम विवाह होगा। विवाह से होने वाली संतान कोरोना के सभी वैरिएंट
से लड़ने में समर्थ होगी।
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हमारी एक भौजी 45 से ऊपर के आयु
वर्ग में वैक्सीन लगवाने गईं। गजब देखिए कि उन्हें कुछ ही मिनट के अंतर पर वैक्सीन
की दो डोज लग गईं। एक डोज तो उन्हें कोविशील्ड की लगी। यह उनकी दूसरी डोज थी। इस
डोज के लगने से कुछ ही क्षण पहले उन्हें वैक्सीन की पहली डोज मिली। दरअसल लाइन में
भौजी से पीछे खड़ी एक महिला ने उनसे पूछा कि....
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“क्या आप 45 की हो गईं? देखने में तो बिल्कुल नहीं
लगतीं।”
इस पहली डोज की इम्युनिटी इतनी जोरदार है कि भौजी एक महीने बाद भी चहकी हुई फिर रही हैं।
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हम सबका स्टाइल....
अपना सैनेटाइजर हो तो पुच्च...
और दूसरे का हो तो पुच्च, पुच्च, पुच्च, पुच्च...
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कोई गलती से भी मत बोलना कि भगवान मुझे उठा लो...आजकल
फाइल तुरंत पास हो रही है।
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इम्युनिटी तो खाने-पीने से आ जाएगी, लेकिन ये
ह्यूमेनिटी क्या खाकर पैदा की जाएगी?
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गाय
भले ही अपने मालिक से नाराज हो…लेकिन रूठकर कभी कसाई के घर नहीं जाती..!
इसलिए
हम मोदी जी के साथ ही हैं। (गजेंद्र चौहान, टीवी की महाभारत वाले युधिष्ठिर)
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निकाल
तो देते तुम्हें दिल से मुरसिद मगर सरकार कहती है कि जो जहां है वहीं रहे।
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एक जरूरी विज्ञापन- "आवश्यकता है दुकान के लिए एक
लड़के की जो पुलिस को आता देखकर फटाफट शटर गिरा सके।"
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ग्राहक दुकान पर पहुंचा तो दुकान
का शटर गिरा हुआ था। बाहर एक नंबर लिखा था और साथ में लिखा था- ऑनलाइन डिलीवरी
वाले इस नंबर पर फोन करें। ग्राहक ने नंबर मिलाया तो दूसरी तरफ से आवाज आई- “जल्दी से अपने
सामने वाला शटर उठाओ और दुकान के अंदर आ जाओ।”
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अस्पताल वाले भी अजब हैं। पहले तो आदमी को लेते नहीं है और लेते
हैं तो फिर वापस नहीं देते।
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मेरी इम्युनिटी कितनी अच्छी है यह मुझे इस बात से पता
चला कि मैं कोरोना काल में रिलीज सलमान खान की फिल्म ‘राधे’ पूरी एक बार में ही देखने में सफल रहा।
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सैनेटाइजर और साबुन से हाथ
धोते-धोते ‘पैसे वाली लकीर’ मिटती दिख रही है। ...और अगर ना धोएं तो ‘उम्र वाली
लकीर’ मिटती दिखती है। भरे बाजार देखता हूं तो लगता है दुनिया में कोरोना आया ही
नहीं और न्यूज चैनल देखता हूं तो लगता है कि अब कोई जिंदा बचेगा ही नहीं।
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सिर्फ बातों से कोई कहां सीखा है,
सबको सीखने के लिए एक 'हादसा' चाहिए।
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प्रस्तुति- लव कुमार सिंह
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