Wednesday 11 March 2020

टेलीविजन के बारे में दस सबसे जरूरी जानकारियां

The Ten Most Important Information About Television

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1- टेलीविजन का आविष्कार किसने किया था? और  भारत में टेलीविजन का प्रसारण सबसे पहले कब और कहां से शुरू हुआ?
Who invented television? When and where did television first start in India?



टेलीविजन का आविष्कार एक दिन में या किसी एक व्यक्ति द्वारा नहीं किया गया था। यह अनेक वैज्ञानिकों के लंबे समय तक किए गए लगातार प्रयासों का परिणाम था। इन वैज्ञानिकों में जॉर्ज कैरे, डब्लू.ई. सायेर, वी.के. जोरकाइकिन, जॉन एल. बेयर्ड आदि शामिल थे। वास्तविक श्रेय स्कॉटलैंड के जॉन एल. बेयर्ड को दिया जाता है जिन्होंने 1925 में पहले चलते-फिरते चित्रमय प्रसारण के जरिये टेलीविजन के युग की शुरुआत की थी।
भारत में टेलीविजन का प्रसारण 15 सितंबर 1959 को दिल्ली में शुरू हुआ।

2- टेलीविजन क्या है?
What is television?

टेलीविजन एक ऐसा उपकरण है जिसमें रेडियो तरंगों के माध्यम से चित्र और ध्वनि एक साथ प्रसारित और अभिग्रहीत (प्राप्त करना) होती है। इसमें प्रसारण के लिए एक टीवी कैमरा ग्रहण किए गए प्रकाश के विन्यास  (सेटिंग) को विद्युतीय बदलाव के विन्यास में बदलता है।

3- विश्व में पहली नियमित टीवी प्रसारण सेवा कब शुरू हुई थी?
When was the first regular TV broadcasting service started in the world?

लंदन के एलेक्जेंडर पैलेस से 2 नवंबर 1936 को दुनिया की पहली नियमित टेलीविजन प्रसारण सेवा शुरू हुई थी। उस समय ब्रिटेन में करीब 100 टेलीविजन सेट ही थे।

4- टीवी सेट पर श्वेत-श्याम तस्वीरें कैसे प्राप्त होती थीं?
How did we get black and white photos on a TV set?

यह इस प्रकार होता था-

  • प्रसारण केंद्र पर एक टीवी कैमरा किसी व्यक्ति या प्रसारित होने वाले कार्यक्रम की तस्वीर लेता था।
  • दृश्य का प्रकाश कैमरों की प्लेट पर पड़ता था तो इलेक्ट्रॉन बाहर निकलते थे और दृश्य स्कैन हो जाता था। साथ ही तस्वीर विद्युतीय सिग्नल (इलेक्ट्रिकल सिग्नल) में बदल जाती थी। विद्युतीय सिग्नल को वीडियो सिग्नल भी कहा जाता है।
  • वीडियो सिग्नल को एम्प्लीट्यूड मॉड्यूलेशन (आयाम अधिमिश्रण) के बाद प्रसारित कर दिया जाता था।
  • साथ ही बोलने वाले की आवाज फ्रीक्वेंसी मॉड्यूलेशन के जरिये प्रसारित की जाती थी।
  • घर में टीवी का एंटीना वीडियो और ऑडियो, दोनों सिग्नल ग्रहण करता था।
  • ये दोनों सिग्नल, टीवी के रिसीवर द्वारा मूल तस्वीर और आवाज में बदल दिए जाते थे।


5- टीवी सेट पर रंगीन तस्वीरें कैसे प्राप्त होती हैं?
How do we get color photos on a TV set?

यह इस प्रकार होता है-
  • टीवी स्टूडियो का कैमरा दृश्य की छवि (इमेज) को विद्युतीय सिग्नल में बदल देता है।
  • रंगीन टीवी कैमरे में तीन ट्यूब होती हैं जो डाइक्रोइक दर्पणों के जरिये छवि के प्रकाश को लाल, हरे और नीले प्रकाश में अलग कर देती हैं।
  • इसके बाद स्कैनिंग करके तस्वीर को प्रसारित कर दिया जाता है। साथ ही स्टूडियो की ध्वनि को भी माइक्रोफोन से पकड़कर और फ्रीक्वेंसी मॉड्यूलेशन के बाद प्रसारित कर दिया जाता है। वीडियो और ऑडियो सिग्नल रेडियो तरंगों पर प्रसारित किए जाते हैं। 
  • रेडियो तरंगों को टीवी सेट का एंटेना ग्रहण करता है। टीवी सेट इन सिग्नलों को वापस तस्वीर और ध्वनि में बदल देता है।

6- सबसे छोटा टीवी कौन सा है?
What is the smallest tv?

जापान में 23 दिसंबर 1982 को सीको टीवी कलाई घड़ी बाजार में उतारी गई थी। इसमें 30.5 मिलीमीटर की स्क्रीन थी। इसका वजन केवल 80 ग्राम था। यही दुनिया का सबसे छोटा टीवी माना गया।

7- परंपरागत टीवी प्रसारण और केबल टीवी प्रसारण में क्या अंतर है?What is the difference between traditional and cable TV broadcasting? 

परंपरागत टीवी प्रसारणहवा में मौजूद टीवी सिग्नलों को टीवी एंटेना की सहायता से सीधे ग्रहण करके किया जाता है। इसके विपरीत केबल टीवीटीवी के कार्यक्रम दिखाने का ऐसा तंत्र है जिसमें सबसे पहले टेलीविजन सिग्नल को किसी केंद्रीय स्थान पर (जिसे हेड-एंड कहते हैं) ग्रहण करके उसे
समाक्षीय (कोएक्सियल) केबल या प्रकाशीय फाइबर (फाइबर ऑपटिक्स) की सहायता से ग्राहकों के टीवी से जोड़ दिया जाता है। केबल में सिग्नल डालने के पहले उसे हेडएन्ड पर निम्नलिखित प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है-
  • सिग्नल को बड़ी-बड़ी डिश-एंटेना की सहायता से ग्रहण किया जाता है
  • परिवर्धित (मोडीफाइड) किया जाता है;
  • डी-कोड किया जाता है;
  • मिश्रित किया जाता है।


8- केबल टीवी का प्रारंभ सबसे पहले कहां हुआ?Where did cable TV first start?


केबल टीवी का प्रारंभ सबसे पहले अमेरिका में 1948 में हुआ हुआ था। शुरुआत ऐसे हुई कि जब वहां ऊंची पहाड़ियों पर टीवी सिग्नल पहुंचने में दिक्कत आई तो लोगों ने एक बड़ा डिश एंटेना लगाकर टेलीविजन की सुविधा का आनंद लिया। बस उसी के बाद से धीरे-धीरे केबल टीवी का विस्तार होता चला गया।

9- भारत में केबल टीवी रेगुलेशन एक्ट कब आयाइसके उद्देश्य क्या थे?When did the Cable TV Regulation Act come into existence in India? What were its objectives?


केबल टेलीविजन नेटवर्क (विनियमन) अधिनियम 1995 में अस्तित्व में आया? 1995 से पहले भारत में विदेशी सैटेलाइट के जरिये प्रसारित हो रहे कार्यक्रमों को नियंत्रित करने में भारत सरकार सक्षम नहीं थी। यहां तक कि केबल संचालकों के लिए लाइसेंस की भी पुख्ता व्यवस्था नहीं थी। उस समय देशभर में कुकुरमुत्तों की तरह केबल टीबी नेटवर्क सामने आ रहे थे। उचित लाइसेंस प्रणाली के अभाव में वे सभी मनमाने तरीके से प्रसारण कर रहे थे। ये नेटवर्क विदेशी सैटेलाइटों से सिग्नल लेकर तमाम अच्छे-बुरे प्रकार के कार्यक्रम दिखा रहे थे। ये कॉपीराइट कानून का उल्लंघन कर रहे थे, अनसेंसर्ड फिल्में दिखा रहे थे। 90 के दशक में राजस्थान के हाईकोर्ट में शिव केबल टीवी सिस्टम बनाम राजस्थान सरकार का केस आया। इसमें डीएम ने बिना लाइसेंस चल रहे केबल टीवी को बंद करा दिया था। इस पर केबल टीवी संचालक ने कोर्ट का दरवाजा खटटाया और तर्क रखा कि उसके व्यापार और कारोबार करने की स्वतंतत्रा के मौलिक अधिकार का उल्लंघन है। हाईकोर्ट ने कहा कि यह मौलिक अधिकार का उल्लंघन नहीं है, क्योंकि उसका सिस्टम वायरलेस टेलीग्राफ ऑपरेटस के तहत आता है, जिसके लिए इंडियन वायरलेस टेलीग्राफी एक्ट के तहत लाइसेंस लेना जरूरी है।राजस्थान हाईकोर्ट के इस मामले के बाद यह जरूरत महसूस की गई कि देश में केबल टेलीविजन नेटवर्कों को नियमित करने के लिए कोई कानून होना चाहिए। इसीलिए 1995 में कानून लाया गया।

10- कंडीशनल एक्सेस सिस्टम क्या है और इसके क्या लाभ हैं?What is a conditional access system and what are its benefits?


यह टेलीविजन चैनलों को डिजिटल रूप में प्रसारित करने की प्रणाली है। इसे कैस (सीएएस) के नाम से पुकारा जाता है। हिंदी में इसका अर्थ है सशर्त पहुंच प्रणाली। इस प्रणाली के तहत ट्रांसमिशन सिग्नलों को प्राप्त करने के लिए टेलीविजन सेट पर सेट टॉप बॉक्स लगाना पड़ता है। इस प्रणाली को पहले देश के चार महानगरों में लागू किया गया। उसके बाद इसे पूरे देश में लागू किया गया।
  • कैस प्रणाली में ट्रांसमिशन सिग्नल को एनक्रिप्ट कर दिया जाता है अर्थात उन्हें कोड में बदल दिया जाता है। ऐसा करने से बिना सेट टॉप बॉक्स लगाए ये सिग्नल टीवी सेट पर प्राप्त नहीं किए जा सकते हैं।
  • ट्रांसमिशन सिग्नलों को एनक्रिप्ट करके यह सुनिश्चित किया जाता है कि प्रत्येक व्यक्ति टीवी देखने के लिए इसका भुगतान करे।
  • इसके तहत पे-चैनलों में से चुनाव का विकल्प भी होता है। इसमें दो पैकेज होते हैं। एक पैकेज बेसिक फ्री टू एयर सिग्नलों का होता है तो दूसरा पैकेज पे-चैनलों का होता है।
  • इस प्रणाली में सेट टॉप बॉक्स को इस प्रकार से संयोजित किया जाता है कि इससे ऑपरेटर द्वारा तय सिग्नल ही ग्रहण किए जा सकते हैं।
  • प्रत्येक टेलीविजन सेट पर सेट टॉप बॉक्स लगने से केबल ऑपरेटर द्वारा उपभोक्ताओं की संख्या को छिपाना भी मुश्किल होता है।


 - लव कुमार सिंह

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