Monday 16 March 2020

न्यूटन ने लॉकडाउन के दौरान ही गति के नियम खोजे थे, इसलिए आप भी खिन्नता के बजाय इस समय को रचनात्मकता के साथ बिताएं

Newton discovered the laws of motion during lockdown so you too spend this time with creativity instead of frustration

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वैज्ञानिक न्यूटन द्वारा पेड़ से गिरते सेब को देखकर गुरुत्वाकर्षण और गति के नियम बनाने के बारे में तो पढ़ा था लेकिन यह नहीं पढ़ा था कि ये नियम उन्होंने किन परिस्थितियों में बनाए थे। अब जबकि कोरोना का खौफ दुनिया में छाया हुआ है और लोग घरों में कैद होकर परेशान हो रहे हैं तो पता चला है कि न्यूटन भी एक समय ऐसी ही परिस्थितियों से घिरे थे लेकिन उन्होंने उस समय को भी सकारात्मक तरीके से लिया। इसका परिणाम यह हुआ कि वे दुनिया को विज्ञान के ऐसे नियम देने में सफल हुए जो आधुनिक दुनिया के संचालन में मदद कर रहे हैं।

दरअसल साल 1665 में लंदन में प्लेग की महामारी फैली थी और लंदन में इसी तरह का लॉकडाउन हो गया था जैसा कि कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण पहले चीन और फिर इटली में देखने को मिला है। लंदन का कैंब्रिज विश्वविद्यालय भी बंद हो गया था। इससे वैज्ञानिक आइजेक न्यूटन को भी घर पर बैठना पड़ गया था। लेकिन न्यूटन ने घर पर मिले इस अतिरिक्त समय का उपयोग स्वयं का गुस्सा बढ़ाने या खिन्न होने के लिए नहीं किया बल्कि इस दौरान भी वह अपने को रचनात्मक रूप से सक्रिय किए रखा।

इसका नतीजा यह रहा कि इसी लॉकडाउन की अवधि के दौरान न्यूटन कैलकुलस और प्रकाशमिति के नियमों की खोज करने में सफल रहे। इसी दौरान जब वह अपने बगीचे में बैठे थे तो  उन्होंने पेड़ से गिरते हुए सेब को देखा और इससे उन्हें गुरुत्वाकर्षण को समझने तथा गति के नियम बनाने में मदद मिली।

इन्हीं तथ्यों को फिल्म अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी ने 16 मार्च 2020 को सोशल मीडिया पर साझा किया और लिखा कि घर पर बैठने के इस समय में आपके पास दो विकल्प हैं। एक- अपने दिमाग का उपयोग करें और दूसरा- अपना आपा खोएं। शिल्पा का कहना है कि यह समय सहज रचनाओं का समय है।

आप भी शिल्पा शेट्टी की इस बात को अमल में लाएं और घर पर बैठकर खिन्न होने के बजाय इस समय को सकारात्मकता के साथ बिताएं। घर पर ही कुछ नया करें, रचें।

जर्मनी में फंसे विश्वनाथन आनंद कैसे बिता रहे हैं समय
How is Viswanathan Anand spending time in Germany?

भारत के दिग्गत शतंरज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद को कोरोना वायरस के खौफ के बीच जर्मनी में रुकना पड़ा है। जर्मनी में उन्होंने अपने को सेल्फ आइसोलेशन में रखा हुआ है। उनकी पत्नी और बच्चे चेन्नई में हैं। 50 वर्षीय आनंद को जीवन में पहली बार इस तरह अलग-थलग रहना पड़ रहा है। उन्होंने स्वयं कहा है कि यह उनक लिए बहुत ही असामान्य बात है। लेकिन वह पूरी तरह सकारात्मक हैं। वह अपनी पत्नी और बच्चों से वीडियो चैट करते हैं। साफ-सफाई का ध्यान रखते हैं। इंटरनेट पर दोस्तों से बात करते हैं और रोजाना लंबी सैर पर निकल जाते हैं। इस दौरान वह लोगों के निकट नहीं जाते हैं। वे मार्च के अंत तक भारत लौटेंगे।

दीपिका पादुकोण इस खाली मिले समय में अपनी अलमारी की सफाई कर रही हैं। कई फिल्मी सितारे अपने परिवार के साथ समय बिता रहे हैं जो सामान्य दिनों में बिल्कुल भी संभव नहीं हो पाता था। आप भी तो अनेक बार यह चाहते थे कि काश काम से छुट्टी मिल जाती और घर पर शांति के साथ कुछ समय बिताया जाता। अब जब आपकी यह ख्वाहिश पूरी हो रही है तो परेशान होने के बजाय इसका लाभ उठाएं।
- लव कुमार सिंह 
  

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