Sports reporting or Sports writing
खेल रिपोर्टिंग या खेल लेखन
परिचय
Introduction
·
रिपोर्टिंग में खेल पत्रकारिता या खेल लेखन का एक विशिष्ट
स्थान है।
Sports
journalism or sports writing has a special place in reporting.
·
खेलों के बढ़ते चलन के कारण इस क्षेत्र में करियर बनाने की भी
बहुत संभावनाएं हैं।
Due to the
increasing trend of sports, there is also a lot of potential to make a career
in this field.
·
अखबारों में खेल पर अलग पेज निकाले जाते हैं। कई अखबारों में
तो खेल के एक से ज्यादा पेज होते हैं। खेलों की अलग से पत्रिकाएं भी प्रकाशित होती
हैं।
Separate pages
on sports are extracted in newspapers. Many newspapers have more than one page
of the game. Separate sports magazines
are also published.
·
टेलीविजन पर अलग से अनेक खेल चैनल हैं। अब तो रेडियो पर भी
खेल चैनल शुरू हो गए हैं। रेडियो और टेलीविजन के अन्य चैनलों पर भी खेल संबंधी
कार्यक्रम प्रसारित होते हैं। सोशल मीडिया पर खेलों की अनेक वेबसाइटें काम कर रही
हैं जिनमें खेल पत्रकार लिखते रहते हैं।
There are
several different sports channels on television. Now sports channels have
started on radio as well. Sports related programs are also broadcast on radio and
other television channels. Many sports websites are working on social media in which
sports journalists keep writing.
·
खेल लेखक या खेल पत्रकार के संबंध में विशेष बात यह भी है कि
उसे खेलों की कवरेज के लिए बाहर जाने, घूमने, खेल को देखने और विदेश जाने का भी
मौका मिल सकता है।
The special
thing in relation to a sports writer or sports journalist is that he can also
get an opportunity to go out for sports coverage, roam, watch sports and go
abroad.
खेल रिपोर्टिंग के प्रकार
Types of
sports reporting
खेल रिपोर्टिंग के प्रमुख प्रकार इस प्रकार से हैं-
- खेलों की रिपोर्टिंग- इसके तहत खेल के दौरान या खेल खत्म होने
के तुरंत बाद उस खेल की रिपोर्ट लिखी जाती है।
- खेलों का विश्लषेण- इसके तहत हो चुके या होने वाले खेलों का
विश्लेषण किया जाता है।
- साक्षात्कार-
इसके तहत खेलों से जुड़े खिलाड़ियों, खेल अधिकारियों आदि का साक्षात्कार लिया जाता
है।
- परिचर्चा-
इसमें खेलों के विशेषज्ञों, खिलाड़ियों आदि को एक साथ बैठाकर संबंधित खेल पर चर्चा
की जाती है। इसमें कभी-कभी आम लोगों की भी भागीदारी रखी जाती है।
The major
types of sports reporting are as follows:
1-
Reporting of sports- Under this, a report of that game is written during the
game or soon after the end of the game.
2-
Analysis of games - Under this, analysis of the games that have taken place or
is to be done.
3-
Interview- Under this, the sports players, sports officials etc. are
interviewed.
4-
Discussion- In this, related games are discussed by sitting together with
experts, sportspersons, etc. Sometimes common people are also involved in this.
खेल रिपोर्टिंग के लिए जरूरी बातें
Important things for
sports reporting
खेल रिपोर्टर या खेल पत्रकार बनने के लिए
निम्नलिखित बातों पर ध्यान दिया जाना जरूरी है-
To become
a sports reporter or sports journalist, the following points need to be noted-
1-
खेलों के विषय में पूरी जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। यदि किसी
विशेष खेल पर ध्यान केंद्रित करके लिखना है तो उस खेल के हर पहलू में विशेषज्ञता
हासिल करनी चाहिए।
You should get
complete information about sports. If you want to focus on writing on a
particular game, then you should specialize in every aspect of that game.
2-
खेलों की जानकारी में उनके नियमों को जानना सबसे जरूरी है।
Knowing their
rules is most important in the knowledge of sports.
3-
किसी खेल का ज्ञान प्राप्त करने के लिए किताबी ज्ञान के साथ
ही मैदान पर जाकर भी उस खेल को देखना चाहिए, क्योंकि केवल किताबी ज्ञान से सफल खेल
लेखक नहीं बना जा सकता है।
To get
knowledge of a game, one should also go to the field with bookish knowledge and
see that game, because by mere book knowledge one cannot become a successful
sports writer.
4-
हर खेल
की भाषा को समझना जरूरी है। जैसे कि फुटबाल में गेंद प्रहार करने को ‘किक’ कहा
जाता है, जबकि हॉकी में ऐसा करने को ‘हिट’ कहा जाता है।
It is important to
understand the language of every game. For example, hitting a ball in football
is called a 'kick', whereas in hockey it is called a 'hit'.
5-
एक
अच्छा खेल लेखक बनने के लिए खेल की तकनीक और खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर ज्यादा
फोकस करने की जरूरत होती है।
To be a good sports writer
one needs to focus more on the technique of the game and the performance of the
players.
6-
एक खेल
लेखक को पक्षपात रहित रिपोर्टिंग करनी चाहिए और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करना
चाहिए।
A sports writer should do
unbiased reporting and encourage players.
7-
खेल रिपोर्टर
को अकारण किसी खिलाड़ी की आलोचना से बचना चाहिए।
The sports reporter should
avoid criticism of a player without any reason.
8-
खेल
लेखन ऐसा होना चाहिए कि उसे पढ़कर पाठक को किसी फिल्म या चित्र को देखने का एहसास
हो। इसका अर्थ यह हुआ कि पाठक के सामने मैदान का नजारा जीवंत हो जाना चाहिए। पाठक
पढ़कर ही मैदान के रोमांच को महसूस कर सके।
Game writing should be
such that by reading it, the reader gets to see a movie or picture. This means
that the view of the field should come alive in front of the reader. Readers
could feel the thrill of the field only after reading.
9-
खेल
लेखन में भाषा सरल और सहज रखना जरूरी है। खेल रिपोर्ट या विश्लेषण का शीर्षक भी
सटीक और संक्षिप्त होना चाहिए।
It is important to keep
the language simple and easy in game writing. The title of the sports report or
analysis should also be precise and concise.
10- खेल रिपोर्टिंग में पाठक केवल हार-जीत का विवरण
नहीं चाहता है। उसे खेल का पूरा विश्लेषण मिलना चाहिए। हार-जीत तो पाठक को मीडिया
के अन्य स्रोतों से भी पता चल जाती है। पाठक यह जानना चाहता है कि मैदान का क्या
विशेष हुआ। किसने उम्दा प्रदर्शन किया और किस प्रकार किया। किसने घटिया प्रदर्शन
किया। जीतने वाली टीम की क्या खूबियां रहीं और हारने वाली टीम ने कहां गलतियां
कीं। इसी के साथ मैदान पर खिलाड़ियों के बीच होने वाली दिलचस्प भिड़ंत, टिप्पणियों
आदि के बारे में भी पाठक जानना चाहता है। इसी के साथ मैदान के बाहर होने वाली रोचक
घटनाओं के बारे में भी खेल लेखक को बताना चाहिए।
In sports reporting, the
reader does not want only the details of win-defeat. He should get a complete
analysis of the game. The reader also gets to know from other media sources of
defeat and victory. The reader wants to know what became special of the field.
Who performed well and how? Who performed poorly? What were the merits of the
winning team and where did the losing team make mistakes. Along with this, the
reader also wants to know about the interesting clashes, comments, etc. that
happen between the players on the field. At the same time, the sports writer
should also tell about the interesting events happening outside the field.
11- खेल रिपोर्टिंग को खेल के साथ ही खिलाड़ियों के
बारे में भी अपने पाठकों को बताना चाहिए। खिलाड़ियों की खूबियां, कमजोरियां, उनकी
आदतों, उनकी रणनीतियां और उनके बारे में अन्य दिलचस्प जानकारियां पाठकों से साझा
करनी चाहिए।
The sports reporter should
tell his readers about the game as well as the players. The players' strengths,
weaknesses, their habits, their strategies and other interesting information
about them should be shared with the readers.
12- खेल रिपोर्टिंग में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय
संस्थाओं की जानकारी और उनसे संपर्क किया जाना भी जरूरी होता है।
Information and contact
with national and international institutions is also required in sports
reporting.
13- खेल रिपोर्टर में स्थिति का अनुमान लगाकर लिखने
की क्षमता भी होनी चाहिए। अक्सर ऐसे अवसर आते हैं जब देर रात किसी बड़े खेल आयोजन
की खबर के लिए अखबार को मशीन में छपने जाने से रोककर रखा जाता है। उदाहरण के लिए
विश्व कप क्रिकेट या विश्व कप फुटबाल के फाइनल को लिया जा सकता है। जैसे ही फाइनल
खत्म होता है, उसके बाद कुछ ही क्षण के बाद संपादक द्वारा खेल पत्रकार से खबर
मांगी जाती है, क्योंकि अखबार पहले ही बहुत लेट हो चुका होता है। ऐसे में अगर खेल
पत्रकार ने पहले से तैयारी नहीं की है तो वह खेल खत्म होते ही खबर नहीं दे सकता
है। ऐसी स्थितियों में अनुभवी खेल पत्रकार हार और जीत दोनों का अनुमान लगाते हुए
रिपोर्ट तैयार कर लेते हैं और फिर जैसे ही परिणाम आता है, वैसे ही थोड़ा-बहुत
बदलाव करके सही रिपोर्ट जारी कर देते हैं।
The sports reporter should
also have the ability to write by guessing the situation. There are often
occasions when a newspaper is hold from being printed in a machine late in the
night for news of a major sporting event. For example, the final of World Cup
cricket or World Cup football can be taken. As soon as the finale is over, a
few moments after that, the editor asks for the news from the sports
journalist, because the newspaper is already too late. In such a situation, if
the sports journalist has not prepared beforehand, then he cannot give the news
as soon as the game is over. In such situations, experienced sports journalists
prepare the report anticipating both the loss and the victory, and then as soon
as the result comes, make a small change and release the correct report.
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