Wednesday, 13 October 2021

करवाचौथ पर कुछ फूल, कुछ कांटे

करवाचौथ पर कुछ फूल, कुछ कांटे



करवाचौथ एक विशिष्ट और अनोखा त्योहार है। यह पति-पत्नी के रिश्ते को एक नया आयाम दे जाता है। करवाचौथ के मौके पर सोशल मीडिया पर कई रोचक पंक्तियां पढ़ने को मिली हैं। आप भी इनका लुत्फ उठाएं-

मनविंदर भिंबर लिखती हैं-

चांद भी क्या खूब है,
न सर पर घूंघट है,
न चेहरे पे बुरका,
कभी करवाचौथ का हो गया,
तो कभी ईद का,
तो कभी ग्रहण का
अगर
ज़मीन पर होता तो
टूटकर विवादों मे होता,
अदालत की सुनवाइयों में होता,
अखबार की सुर्ख़ियों में होता,
लेकिन
शुक्र है आसमान में बादलों की गोद में है,
इसीलिए ज़मीन में कविताओं और ग़ज़लों में महफूज़ है”
करवाचौथ की अग्रिम शुभकामनाएँ

हर्ष कुमार लिखते हैं-


ज़िंदगी जब भी तेरी बज्म में लाती है हमें,
ये ज़मीं चाँद से बेहतर नज़र आती है हमें।

हरियाणा के राजनीतिज्ञ विपुल गोयल ने कहा- 


करवा चौथ के माध्यम से माताएं बहनें प्रेम और सम्मान का संदेश देती हैं तो आओ हम भी घर के अंदर और बाहर महिला शक्ति के सम्मान का संकल्प लें। 

जगमोहन सबलोक ने कुछ यूं बधाई दी-


पृथ्वी से करोड़ों चांद आसमान के एक चांद को चिड़ा रहे हैं। करवाचौथ की बधाई।

किसी ने यूं ताना मारा-


पति बेचारा साल के 365 दिन पत्नी का मुंह देखकर खाना खाता है और उसमें कोई बात नहीं, लेकिन पत्नी एक दिन पति का मुंह देखकर खाना खाए तो त्योहार बन जाता है।

कोटा से लिखी एक पोस्ट में कहा गया-


इस करवाचौथ को कुछ स्पेशल बनाएं
उपहार स्वरूप अपने पति को हेलमेट दें, सुरक्षा का वचन लें।
पति से कुछ इस प्रकार का वचन लें- "मैं वचन देता हूं कि अपने परिवार की सुरक्षा एवं जिम्मेदारी के प्रति यातायात के नियमों का पालन कर सदैन मोटर वाहन चलाते समय हेलमेट का उपयोग करूंगा।"


कुछ पंक्तियां पंजाबी में भी- 


अज सानु तुसी दा इन्तजार हैं
ये दिन हैं करवा चौथ दा
तुहाडी लम्बी उम्रा दी सानु दरकरार हैं
छेती आणा साडे पी असी नु तुहाडा इन्तजार हैं।


एक जगह यह भी पढ़ने को मिला- 


जो अमृत पीते हैं उन्हें देव
और
जो विष पीते हैं उन्हें ‘महादेव’ कहते है
लेकिन विष पीकर भी जो अमृत जैसा मुंह बनाए उसे
पतिदेव’ कहते हैं।


रोमांटिक पंक्तियां भी दिखाई दीं-


सुन्दरता की प्रतिस्पर्धा पूरे शबाब पर है.. आज एक चाँद दूसरे चाँद के इंतज़ार में है..!
आज सजी हूँ दुल्हन सी मैं, कब तूँ आएगा पिया, अपने हाथों से पानी पिलाकर, कब गले लगाएगा पिया।


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एक अदा आपकी दिल चुराने की
एक अदा आपकी दिल में बस जाने की
चेहरा आपका चाँद और जिद हमारी चाँद को पाने की

000

जब तक ना देखे चेहरा आप का,
ना सफल हो यह त्यौहार हमारा,
जल्दी आओ दिखा दो अपनी सूरत,
और कर दो करवा चौथ सफल हमारा।

इन सबको पढ़कर हम भी जोश में आ गए, बस यूं लिख मारा-

ऊपर वाला चांद तो महफूज है
लेकिन नीचे वाले चांद का क्या?

बस एक दिन पाकर चांद का दर्जा
ऐसा कुप्पा हो जाता है फूलकर
कि साल भर काटता है पृथ्वी (पत्नी) के चक्कर।

ऊपर वाले चांद को वे छलनी से देखती हैं
पर नीचे कोई मुरव्वत नहीं, सीधे चांद पर चढ़ जाती हैं
चांद के खिताब से चमकना था चेहरा सजन का चांद सा
मगर गृहस्थी की उलझन में चांद चमक जाती है। 

बहरहाल, ये तो बात से बात निकली थी, कह दी
वरना करवाचौथ भी किसी ने क्या त्यौहार बनाया है
एक चांद ऊपर और एक चांद नीचे, वाह क्या दृश्य दिखाया है
नीचे वाले की चांदनी देख ऊपर वाला चांद भी शर्माया है।
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अंत में सभी विवाहित जोड़ों को करवाचौध की ढेर सारी शुभकामनाएं।
- लव कुमार सिंह

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