Thursday 6 January 2022

I want my 10 yr old son's poem to be published in newspaper and magazines.What shall I do?

मैं चाहता हूं कि मेरे 10 साल के बेटे की कविता अखबारों और पत्रिकाओं में प्रकाशित हो। मैं क्या करूं?

I want my 10 yr old son's poem to be published in newspaper and magazines.What shall I do?



इसके लिए आप निम्नलिकित बिंदुओं को ध्यान से पढ़ें और आगे बढ़ें....

  • सबसे पहले आप अपने बेटे की कविता को एक ए-4 आकार के पेज पर साफ-साफ शब्दों में हाथ से लिखवाएं या टाइप करवाएं। लिखते या टाइप करते समय पेज के दोनों तरफ जगह छोड़ें और हर पंक्ति के बीज में डबल स्पेस रखें।
  • ध्यान रखें कि कविता मौलिक होनी चाहिए। वह पहले कहीं छपी भी नहीं होनी चाहिए।
  • उसके बाद आप और एक ए-4 आकार का कागज लें जिसमें उस अखबार या पत्रिका के संपादक को संबोधित करते हुए एक पत्र लिखें। इस पत्र में रचना (कविता) की मौलिकता की घोषणा भी शामिल होनी चाहिये। 
  • इस पत्र का मजमून कुछ इस प्रकार हो सकता है-

सेवा में,

संपादक,        

(अखबार/पत्रिका का नाम),

मेरठ/नई दिल्ली (स्थान का नाम)

आदरणीय महोदय,

सादर प्रणाम। .....(अखबार/पत्रिका का नाम) में प्रकाशन के उद्देश्य से एक कविता (यहां कविता का शीर्षक) प्रेषित कर रहा हूं। रचना पूरी तरह से मौलिक और अप्रकाशित है। अगर प्रकाशन योग्य लगे तो अखबार/पत्रिका में प्रकाशित करने की कृपा करें।

सादर धन्यवाद।

एबीसी (नाम)

मकान नंबर..., सैक्टर..., मौहल्ला....., जिला.....प्रदेश.....

पिन कोड......फोन नंबर......

ईमेल- .......

                                   मौलिकता की घोषणा

प्रमाणित किया जाता है कि ‘(कविता का शीर्षक) शीर्षक वाली और ‘(कविता की शुरुआती पंक्ति) शब्दों से प्रारंभ होने वाली मेरी रचना पूरी तरह मौलिक और अप्रकाशित है। इसका प्रकाशन अधिकार मैं आपको (अखबार/पत्रिका का नाम) को दे रहा हूं।

नाम-                         स्थान-                       दिनांक- 

  • पत्र को ऊपर रखें और रचना को उसके नीचे। उसके बाद एक लिफाफे में बंद करके इसे अखबार या पत्रिका के पते पर भेज दें। हर अखबार और पत्रिका में उसकी प्रिंट लाइन में अखबार/पत्रिका का पता लिखा होता है। पत्रिकाओं में ज्यादातर प्रिंट लाइन पत्रिका को पलटते ही पहले पेज पर दिखाई देती है, जबकि अखबारों में यह या तो सबसे पीछे वाले पेज पर होती है या फिर संपादकीय पेज पर।
  • अच्छा यह रहेगा कि यदि बच्चे की कविता है तो उसे बच्चों की पत्रिका में ही भेजा जाए। इसके अलावा हर पत्रिका या अखबारों में बच्चों के लिए विशेष सामग्री या पेज प्रकाशित किये जाते हैं। उन पेजों पर रचनाएं भेजने का पता भी लिखा होता है।
  • अगर आप ऐसे शहर में रहते हैं जहां से कोई अखबार या पत्रिका का प्रकाशन होता है तो आप उस अखबार/पत्रिका के दफ्तर में जाकर भी कविता दे सकते हैं।
  • कविता या किसी भी रचना को प्रकाशित करना संपादक या अखबार/पत्रिका के संबंधित पेज के प्रभारी के विवेक पर निर्भर होता है। यदि कविता मौलिक होगी और उसका विषय अच्छा होगा और वह लोगों के दिल को छूने वाली होगी तो संपादक उसे जरूर अपने अखबार/पत्रिका में छापना चाहेंगे।
  • अगर कोई अखबार या पत्रिका आपकी कविता को नहीं छापता है तो आजकल सोशल मीडिया पर कविताओं के अनेक मंच हैं (फेसबुक, ब्लॉग, इंस्टाग्राम आदि) जहां पर आप अपनी कविता स्वयं प्रकाशित कर सकते हैं या करवा सकते हैं। अनेक बार सोशल मीडिया पर प्रकाशित कविता अखबार/पत्रिका में प्रकाशित कविता के मुकाबले ज्यादा लोगों तक पहुंचती है और उस पर तुरंत पढ़ने वालों की प्रतिक्रिया भी मिल जाती है।

- लव कुमार सिंह

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