लीजिए 2021 की गर्म फरवरी में आप मिलिए 2019 की ठंडी फरवरी से।
इतनी बदली फरवरी से आप थोड़े आश्चर्य में पड़ सकते हैं।
वैसे ज्यादा दिन नहीं हुए हैं, स्मृति पर जोर डालेंगे तो याद आ जाएगा।
(नीचे हैं 2019 की फरवरी में जनवरी जैसी ठंड पड़ने पर लिखी कुछ पंक्तियां)
उफ ये ठंड
पता नहीं फरवरी
फूफी के यहां शादी में गई है
या फिर जनवरी
ओवरटाइम कर रही है
या बॉस ने उसे
वीकली ऑफ (ईयरली ऑफ) में भी बुला लिया है
या जनवरी-फरवरी
परिधानों की अदल-बदल खेल रही हैं।
जो भी हो
उनके इस खेल से
बहुतों की जान पर बन रही है
शी-शी, ओह, उफ, उ-फू, अरे-मरे
मुंह से विचित्र ध्वनियां निकल रही हैं।
.......
ऐसे दिनों के लिए किसी ने
एक कहावती ‘रजाई’ भी बनाई है
कि ठंड और बेइज्जती
जितना ज्यादा महसूस करो
उतना ही ज्यादा लगती हैं
तो हम फिलहाल
यही ‘रजाई’ ओढ़े हैं
और बेरहम जाड़े को
काटने की कोशिश कर रहे हैं।
- लव कुमार सिंह
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