Saturday 31 July 2021

अनुराधा माने चमकीला तारा...अफसोस...वह तारा तो बनी पर अपराध की दुनिया का

Anuradha means a bright star...she became a star but a part of the world of crime


7 लाख के इनामी बदमाश के साथ पकड़ी गई राजस्थान की लेडी डॉन


पूर्व में राजस्थान में पकड़ी गई अनुराधा

31 जुलाई 2021 को जब दिल्ली पुलिस ने सहारनपुर में सात लाख के इनामी बदमाश संदीप उर्फ काला जठेड़ी को गिरफ्तार किया तो उसके साथ एक महिला भी पकड़ी गई। जब उसकी पहचान खुली तो पुलिस चौंक गई। वह राजस्थान की महिला गैंगस्टर अनुराधा चौधरी निकली। पुलिस और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वह पिछले नौ महीनों से जठेड़ी के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रही थी। इससे पहले वह कई अपराधियों की गर्लफ्रेंड रह चुकी है।

दैनिक जागरण के अनुसार अनुराधा चौधरी को 'अनुराग' और 'मैडम मिंज' के नाम से भी जाना जाता है। काला जठेड़ी उसे 'रिवाॉल्वर रानी' कहता था। पुलिस रिकार्ड और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अनुराधा एक शादीशुदा महिला है।

दैनिक भास्कर के अनुसार अनुराधा का जन्म राजस्थान के सीकर जिले के एक गांव में हुआ था। एनडीटीवी के अनुसार वह पढ़ाई में तेज थी और उसने बीसीए की डिग्री भी हासिल की है। उसके घर का नाम मिंटू था। उसकी मां बचपन में ही गुजर गई थी। उसके पिता रामदेव सरकारी विभाग में नौकरी करते थे। उसने घर वालों की मर्जी के खिलाफ जाकर फैरिक्स दीपक मिंज नाम के व्यक्ति से लव मैरिज की थी।

अनुराधा और फेलिक्स ने शेयर ट्रेडिंग का काम शुरू किया था। शुरू में काम ठीक चला, लेकिन बाद में इनका धंधा चौपट हो गया और ये करोड़ों के कर्ज में डूब गए। इन पर पैसा वापस करने का दबाव बना तो अनुराधा कुख्यात अपराधी आनंदपाल के संपर्क में आई और उसके साथ रहकर अपराध की दुनिया में उतर गई।

एनडीटीवी के अनुसार अनुराधा से मिलने से पहले बदमाश आनंदपाल का अंदाज बिल्कुल देशी था। वह शर्ट-पैंट पहनता था और गमछा डाले रहता था। अनुराधा के संपर्क में आने के बाद वह सूट-बूट पहनने लगा और सात में हैट भी लगाने लगा। वह अपने बयान भी अंग्रेजी में देने लगा क्योंकि अनुराधा ने उसे अंग्रेजी सिखा दी थी। अनुराधा अपराध की दुनिया में चली गई तो उसका पति उससे अलग हो गया।

आनंदपाल जो 2017 में मुठभेड़ में मारा गया

2017 में जब आनंदपाल पुलिस मुठभेड़ में मारा गया तो पुलिस ने अनुराधा को भी गिरफ्तार किया था, लेकिन जल्द ही वह पुलिस हिरासत से भाग निकली और आनंदपाल के गिरोह का नेतृत्व करने लगी।

आज तक के अनुसार उस समय राजू बसौदी नाम के बदमाश का गिरोह आनंदपाल का विरोधी था। राजू बसौदी से बचने के लिए अनुराधा ने बदमाश बलबीर बानूड़ा से गठजोड़ कर लिया। राजू बसौदी थाईलैंड से अपना गिरोह चलाता था। उसे हरियाणा पुलिस ने थाईलैंड से डिपोर्ट करके गिरफ्तार किया। बाद में बलबीर भी पकड़ा गया तो अनुराधा राजू बसौदी गिराह के नए मुखिया लारेंस बिश्नोई के संपर्क में आई। यहीं पर उसकी मुलाकात काला जठेड़ी से हुई और वह उसके साथ हो ली। लारेंस बिश्नोई को पुलिस ने गिरफ्तार करके तिहाड़ जेल में ठूंस दिया तो उसके गिरोह का संचालन काला जठेड़ी करने लगा। अनुराधा चौधरी काला जठेड़ी के साथ लग गई। बताया जाता है कि काला की गिरफ्तारी लारेंस की निशानदेही पर ही की गई है।

अनुराधा का एक और चेहरा

काला जठेड़ी का गैंग मुख्यतः दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में रंगदारी और ह्त्या जैसे अपराध करते रहा है। अनुराधा पर राजस्थान में रंगदारी मांगने, हत्या के प्रयास और लूट सहित अनेक मामले दर्ज हैं। उस पर राजस्थान में 10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह महिला ए.के. 47 जैसे हथियार भी चलाना जानती है। नवभारत टाइम्स के अनुसार राजस्थान के शेखावटी इलाके में अनुराधा चौधरी की खास धाक मानी जाती है। अनुराधा को 2016 में नागौर जिले की अदालत ने 2 साल की सजा भी सुनाई थी। साथ ही उस पर 20 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया था।

दिल्ली पुलिस की मोस्ट वांटेड अपराधियों की सूची में काला जठेड़ी पहले नंबर पर था। दिल्ली पुलिस को दिल्ली में हुए पहलवान सागर धनकड़ हत्याकांड के सिलसिले में भी जठेड़ी की तलाश थी। जब पहलवान सागर धनखड़ पर दिल्ली में हमला हुआ था तो उसके साथ सोनू महाल मौजूद था, जो काला जठेड़ी का रिश्तेदार है। धनखड़ हत्याकांड में आरोपित पहलवान सुशील कुमार ने काला जठेड़ी से खुद की जान को खतरा बताया था।

‘आज तक’ के अनुसार संदीप उर्फ काला जठेड़ी हरियाणा के सोनीपत का रहने वाला है। पुलिस ने इसे पकड़ने के लिये जो ऑपरेशन चलाया उसे ओपीडी-4 नाम दिया गया। पुलिस छह महीने से इस अपराधी के पीछे लगी थी। बताया जाता है कि इन बदमाशों की तलाश के दौरान पुलिस ने 10 हजार किलोमीटर तक इनका पीछा किया। इस दौरान पुलिस अहमदाबाद, मुंबई, पटना और राजस्थान के कई शहरों में भटकी। ऐसा इसलिए हुए क्योंकि काला जठेड़ी लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था।


नये वेश में पुलिस की गिरफ्त में काला जठेड़ी और अनुराधा

दैनिक भास्कर के अनुसार इस वक्त ये दोनों उत्तराखंड में छिपे हुए थे। लेकिन जैसे ही ये उत्तराखंड से सहारनपुर पहुंचे, पुलिस ने इन्हें धर दबोचा। इनके पास से पिस्टर और रिवॉल्वर बरामद की गई हैं।

आज तक के अनुसार बैंकाक में रहने वाले बदमाश काली राणा, ब्रिटेन में रह रहे मोन्टी और कनाडा में रह रहे बदमाश गोल्डी बरार से भी काला जठेड़ी संपर्क में था। यह बदमाश अपने पास चाइनीज रिवॉल्वर रखता था। यह दुबई और मलेशिया आता-जाता रहा है। पुलिस रिकार्ड के अनुसार इस बदमाश ने झपटमारी से अपने अपराधी जीवन की शुरुआत की थी। इसके खिलाफ दिल्ली में पहला मुकदममा दिसंबर 2004 में दर्ज हुआ था। पुलिस ने सिरसपुर इलाके में काला जठेड़ी को एक व्यक्ति का मोबाइल छीनकर भागते हुए पकड़ा था। इसके बाद काला जेल चला गया और जब वहां से बाहर आया तो ताबड़तोड़ अपराध करने लगा। दिल्ली पुलिस ने उस पर एक लाख का इनाम रखा था। उधर, हरियाणा में उसने पुलिस की नाक में ऐसा दम किया कि उस पर वहां सात लाख का इनाम घोषित किया गया। 2020 में वह फरीदाबाद में पुलिस हिरासत से फरार हो गया था।

सहारनपुर में गिरफ्तारी के समय इन काला और उसकी प्रेमिका अनुराधा ने सिख वेश धारण कर रखा था। यह भी पता चला है कि इन दोनों ने शादी कर ली है और अपने नाम पुनीत भल्ला और पूजा भल्ला रख लिये हैं। ऐसा इनके पास बरामद पहचान पत्रों से जाहिर हुआ। हालांकि ये पहचान पत्र फर्जी भी हो सकते हैं। पुलिस इनकी जांच कर रही है।

- लव कुमार सिंह

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